दिल्ली समेत उत्तर भारत (North India) के ज्यादातर इलाकों में पिछले कुछ दिनों से झुलसा देने वाली गर्मी से अब जाकर राहत मिल रही है। जी दरअसल यहाँ अधिकतम तापमान (Maximum Temperature) गिरा हुआ है और 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे चल रहा है। वहीं तापमान बढ़ने के बावजूद गरमी से अभी दिल्ली में राहत है और आज भी तापमान 40 से नीचे ही रहने के अनुमान है। आप सभी को बता दें कि आने वाले कल से पारा चढ़ेगा, लेकिन लू की संभावना अगले एक हफ्ते तक नहीं है। वहीं दक्षिण पश्चिम मानसून (South-West Monsoon) छह दिन रुकने के बाद श्रीलंका पहुंच चुका है, अब केरल की तरफ आगे बढ़ रहा है और समय से पूर्व आने की संभावना है। इसी के साथ उत्तर प्रदेश में भी पारा में गिरावट बनी हुई है और यहां भी ज्यादातर शहरों में 40 से नीचे ही रहने की संभावना है। आपको बता दें कि प्रयागराज में भी अधिकतम तापमान 40 से नीचे यानी 39 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना जताई गई है। वहीं दूसरी तरफ राजस्थान में झुलसा देने वाली गरमी से राहत है और यहां भी तापमान में नरमी बनी हुई है। आपको बता दें कि महाराष्ट्र के भी कई जिलों में अगले कुछ दिनों तक मूसलाधार बरसात होने का अनुमान जताया गया है। जी दरअसल मौसम विभाग ने कई जिलों में अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारियों के मुताबिक राज्य में अगले कुछ दिन अभी और तेज बरसात होगी। इसी के साथ राज्य के मौसम विभाग के अनुसार, महाराष्ट्र के जिन 13 जिलों में मूसलाधार बरसात होने का अनुमान है, उनमें मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, जलगांव, सांगली, कोल्हापुर, पालघर, धुले, नंदुरबार, यवतमाल, अहमदनगर जिले का नाम है। वहीं दूसरी ओर, दक्षिण पश्चिम मानसून छह दिन रुकने के बाद श्रीलंका पहुंच चुका है और अब केरल की तरफ आगे बढ़ रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कल गुरुवार को कहा, “दक्षिण अरब सागर के कुछ हिस्से में दक्षिण पश्चिमी मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं। अगले 48 घंटे में मॉलदीव, लक्षद्वीप के आसपास के हिस्सों में इसके पहुंचने के आसार हैं।” वहीं अगले दो दिन में केरल में और लक्षद्वीप में व्यापक पैमाने पर बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है। जी दरअसल मौसम विभाग ने कहा, “मानसून के केरल की ओर बढ़ने पर पूरी नजर रखी जा रही है। वैसे तो सामान्य तौर पर मानसून केरल में एक जून को पहुंचता है अब इसके चार दिन पहले पहुंचने के आसार हैं। जी दरअसल मौसम विज्ञानियों के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी मानसून ने इस माह बंगाल की खाड़ी में चक्रवात असानी के कारण तेजी पकड़ ली है। इसी के चलते इस बार मानसून वक्त से काफी पहले 16 मई को अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह पहुंच गया था और च्रकवात के शेष प्रभाव के चलते इसके आगे बढ़ने के आसार थे। आपको बता दें कि उत्तरी गुजरात तट पर तेज हवाएं चलने की संभावना के साथ, आज शुक्रवार से तीन दिनों तक अरब सागर में न जाएं। वहीं आईएमडी ने एक बयान में कहा कि इस अवधि के दौरान दक्षिण गुजरात तट पर मछुआरों के लिए ऐसी कोई चेतावनी नहीं है। इसी के साथ विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया, ''27 से 29 मई, 2022 तक 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। 27 से 29 मई, 2022 तक मछुआरों को उत्तर गुजरात तट पर समुद्र में न जाने की सलाह दी जाती है। कच्छ, जामनगर, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों में अरब सागर के तट पर काम करने वाले मछुआरों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।'' जर्मनी ने "मेड इन इंडिया" का समर्थन किया,भारत बायोटेक की कोवाक्सिन को दी मंज़ूरी डिजिटल स्वास्थ्य प्रणाली यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज को पूरा करेगी : मंडाविया CM उद्धव की जनता से अपील, कहा- 'मास्क पहनना जारी रखें, कोरोना अभी गया नहीं है...'