नई दिल्ली: दिल्ली के वसंत विहार थाना क्षेत्र से एक बुजुर्ग के रहस्यमयी रूप से लापता हो जाने के 12 दिन बाद भी पुलिस उनका कोई सुराग ढूंढ़ने में नाकाम रही है, लापता दिलदार हुसैन का बेटा इकराम थाने के चक्कर लगा-लगा कर थक चुका है. इकराम के पिता के रहस्यमय हालात में गायब होने के पीछे वर्दी पहने एक संदिग्ध शख्स पर शक की सुई अटक रही है. दरअसल, 55 वर्षीय दिलदार हुसैन मुनरिका इलाके में एक किराये का माकन अपने बेटे, बेटी और पत्नी के साथ रहते हैं. दिलावर की तबियत अक्सर ख़राब रहने के कारण वे कोई काम नहीं करते, उनका बेटा इकराम ही घर की जरूरतों को पूरा करता है. इकराम के मुताबिक, 4 फरवरी को जब परिवार के सभी लोग घर पर ही थे, तभी रात 7:50 बजे करीब पुलिस की वर्दी पहने एक शख्स घर में दाखिल होता है और दिलावर को किरायेदार होने के नाते वेरिफिकेशन करवाने के लिए ले जाता है. इसके बाद इकराम और दिलावर की रात 11 बजे तक के बीच 3 बार बात होती है, जिसमे दिलावर जल्द घर लौटने की बात बताते हैं. लेकिन उसके बाद न दिलावर घर लौटते हैं और न ही उनका फ़ोन लगता है. इकराम वसंत विहार थाने जाकर पुलिस को इत्तला देता है. पुलिस दिलावर की लास्ट लोकेशन ट्रेस करती है तो वो हरियाणा की चरखी दादरी निकलती है. पुलिस ईमारत के सीसीटीवी कैमरों को भी खंगालती है, जिसमे पता चलता है कि वर्दी पहना हुआ आदमी उनके थाने से नहीं है. लेकिन सवाल यह उठता है कि, आखिर दिलावर गए कहाँ, रात करीब 8 बजे घर से निकले दिलावर, हरियाणा कैसे पहुंचे, जो वर्दीधारी शख्स उन्हें लेने आया था, वो पुलिस ही था या कोई और. फ़िलहाल दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है, उनके मुताबिक जांच चल रही है. भारतीय खिलाड़ी ने दो लोगों को गोली मारी, एक की मौत आरजेडी सांसद शहाबुद्दीन के खास गैंगस्टर का मर्डर वैन ने रौंदा मासूम को, मौके पर मौत