कोलकाता: पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में हिंसा के कुछ दिनों बाद, राज्य विधानसभा सत्र 26 जुलाई से शुरू होने की संभावना है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा सत्र इस महीने के अंत तक शुरू होने की संभावना है, क्योंकि पंचायत चुनाव खत्म हो गए हैं और नतीजे आ गए हैं, इसलिए अगला सत्र 26 जुलाई से शुरू करने की तैयारी चल रही है। अधिकारी ने आगे कहा कि सत्र अगस्त के पहले सप्ताह तक जारी रह सकता है और इस पर अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है। रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, "26 जुलाई से सत्र आयोजित करने पर चर्चा के लिए इस संबंध में एक बैठक बुलाई गई है। यह एक छोटी बैठक होगी।" बता दें कि, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने पश्चिम बंगाल के हिंसाग्रस्त ग्रामीण चुनावों में भारी जीत हासिल की, सभी जिला परिषदों पर कब्जा कर लिया और राज्य चुनाव आयोग द्वारा घोषित परिणामों में अपने प्रतिद्वंद्वियों को काफी पीछे छोड़ दिया। TMC ने त्रिस्तरीय पंचायत प्रणाली में सभी 20 जिला परिषदों में सीधे 880 सीटें जीतीं, जबकि उसकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा ने 928 सीटों में से 31 सीटें जीतीं। कांग्रेस-वाम मोर्चा गठबंधन ने 15 सीटें जीतीं जबकि अन्य ने शेष 2 सीटें जीतीं। रिपोर्ट के अनुसार, TMC ने 63,219 ग्राम पंचायत सीटों में से 35,000 से अधिक ग्राम पंचायत सीटों पर जीत हासिल की है। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि गिनती पूरी होने के बावजूद सटीक आंकड़ों का पता नहीं चल पाया क्योंकि संकलन और प्रसार प्रक्रिया पूरी नहीं हुई थी। सत्तारूढ़ दल की निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा ने तक़रीबन 10,000 सीटें जीती हैं। जबकि लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन ने लगभग 6,000 से अधिक सीटें जीतीं। बता दें कि, राज्य के 22 जिलों में 339 स्थानों पर जिला परिषदों, पंचायत समितियों और ग्राम पंचायतों की 73,887 सीटों के लिए मतदान हुआ था। कुल मिलाकर 2।06 लाख उम्मीदवार मैदान में थे। विशेषज्ञों के अनुसार, 2023 के पंचायत चुनाव 2018 की छवि को प्रतिबिंबित करते हैं, जब बड़े पैमाने पर हिंसा और बूथ कैप्चरिंग हुई थी।