कोरोना संक्रमण के बीच राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देशानुसार जुलाई में भी राज्य के सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्वयं अनुरोध किया था. वहीं निजी स्कूलों में फीस नहीं बढ़ाने की भी मुख्यमंत्री ने अपील की थी. शिक्षा विभाग ने भी लिखित आदेश दिया है. इसके बावजूद कई जगहों से हमें शिकायतें मिल रही है. हम उन सभी स्कूलों से फिर अनुरोध करेंगे कि इस वर्ष फीस नहीं बढ़ाया जाए. जिन स्कूलों ने फीस बढ़ाया है, वे उसे वापस ले. दो दिन पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संकेत दिया था कि जुलाई में भी स्कूलों बंद रखा जा सकता है. पाक के पूर्व पीएम गिलानी हुए कोरोना संक्रमित, बेटे ने इमरान खान को ठहराया जिम्मेदार अपने बयान में उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रहा है. उस तरफ भी सभी को ध्यान देना होगा. हमने 30 जून तक तो स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया है, मुझे लगता है कि वह जुलाई तक भी जा सकता है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने निजी स्कूलों से अनुरोध किया था कि कृपया स्कूल फीस को इस वर्ष मत बढ़ाएं. कांग्रेस नेता संजय निरुपम का उद्धव सरकार पर हमला, शिवसेना को भी जमकर घेरा इसके अलावा शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने यह भी बताया कि राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलरों ने कोविड-19 परिदृश्य के मद्देनजर अंतिम सेमेस्टर परीक्षा आयोजित करने के तौर-तरीकों पर एक प्रस्ताव पेश किया है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अंतिम फैसला लेंगी. वही, चटर्जी ने कहा कि सभी हितधारकों की राय है कि छात्रों, शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग आगे इस विषय पर विश्वविद्यालयों और संबद्ध कॉलेजों के लिए एक एडवाइजरी जारी करेगा, लेकिन यह उनकी अकादमिक स्वायत्तता में हस्तक्षेप नहीं करेगा. राहुल गाँधी को भाजपा सांसद ने दिया जवाब, बोले- 'हाँ, भारतीय इलाके पर चीन ने किया कब्ज़ा' अमेरिका की हिन्दू सांसद तुलसी गबार्ड बोलीं- कठिन समय में 'गीता' से मिलती है शांति और ताकतभ्रष्टाचार मामले में घिरे TDP नेता, YSR बोली- देश छोड़कर भागने की फ़िराक़ में नायडू