कोलकाता. महान भौतिक विज्ञानी और पद्मविभूषण से सम्मानित सत्येंद्रनाथ बोस को उनकी 125 जयंती पर भुला दिया गया. पश्चिम बंगाल सरकार, बंगाल की इस महान हस्ती का जन्मदिन मनाना भूल गई. राज्य संस्कृति विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि, “जिन लोगों की जयंती और पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी जाती है, उस सूची में सत्येंद्रनाथ बोस का नाम नहीं है.” राज्य सरकार की इस लापरवाही पर वैज्ञानिक सोमक राय चौधरी ने कहा, “कोई कैसे सत्येंद्र जी जैसे व्यक्ति को भूल सकता है.” उन्होंने कहा, “राज्य सरकार, राज्य के कॉलेज और विश्वविद्यालयों ने एक ऐसे व्यक्ति को श्रद्धांजलि देना उचित नहीं समझा, जिसने भौतिक विज्ञान का चेहरा ही बदल दिया.” हालांकि बाद में इस भूल पर लिपापोती करने के लिए राज्य सरकार ने साइंस सिटी में दो दिन तक साइंस सेमिनार का आयोजन किया है. उधर, अब कलकत्ता और जाधवपुर विश्वविद्यालय भी सत्येंद्रनाथ बोस की याद में कार्यक्रमों का आयोजन करने की योजना बना रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने सत्येंद्रनाथ बोस की 125 वीं जयंती पर अपना संदेश दिया था. बता दें, बोस का जन्म एक जनवरी 1894 को हुआ था. उन्होंने बोसोन पार्टिकल्स के बारे में दुनिया को बताया था. बोस ने अल्बर्ट आइंस्टाइन के साथ मिलकर बोस -आइंस्टाइन सिद्धांत भी दिया था. 75 भिखारियों के साथ मनाया नए साल का जश्न अंबाला की पहली महिला लोकोमोटिव ड्राइवर का निधन जन्म से 8 महीने पहले मामी ने की उसके अपहरण की साज़िश