कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार से अलग अलग कई मुद्दों पर भिड़ने वाले गवर्नर जगदीप धनखड़ ने कहा है कि सरकार के साथ मुझे कोई युद्ध नहीं छेड़ना है। मेरा मकसद केवल पश्चिम बंगाल की जनता की सेवा करना है। उन्होंने यह भी कहा है कि प्रदेश के विश्वविद्यालय अपने मन अनुसार काम नहीं कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने ये बातें एमसीसीआई एजुकेशन फोरम में सम्बोधन देते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों का कुलपति होने के नाते मैं सुर्खियां बटोरने वाले कई सारे विकास कार्यों का साक्षी बना हूं। राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने कहा है कि यदि मैं उन सभी को बताना आरंभ करता हूं, तो यह अगले दिन अखबारों की सुर्खियां बन जाएंगी। यह माना जाता है कि विश्वविद्यालयों का कुलपति होने की वजह से हम उन्हें अपने अनुसार कार्य करने की अनुमति देते हैं, किन्तु ऐसा नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि सवाल यह उठता है कि कौन बड़ा है, गवर्नर या फिर राज्य? मैंने विश्वविद्यालयों के संचालन में गवर्नर और प्रदेश सरकार की भूमिका जानने का प्रयास किया। मैंने पाया कि इसमें दोनों की छोटी सी भूमिका है। इसलिए 'कौन बड़ा है' है कि प्रतिस्पर्धा के स्थान पर हमें संचालन में सहयोग करना चाहिए। सिद्धू की पाक यात्रा के आड़े आई सरकार, विदेश मंत्रालय ने रखी ये शर्त ! दिल्ली प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को लगाई फटकार, अफसरों को दी तुरंत कार्रवाई की चेतावनी व्हाट्सएप जासूसी मामले पर गरमाई सियासत, अब थरूर की अध्यक्षता में बनी समिति