कोलकाता: कोरोना महामारी के बीच आए चक्रवाती तूफ़ान अम्फान ने पश्चिम बंगाल में भारी तबाही मचाई है और उस तूफान के जाने के कई दिन बाद भी हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं. सूबे की राजधानी कोलकाता में बिजली-पानी के लिए संघर्ष करने को विवश लोग सड़क पर उतर आए हैं. पुलिस को लोगों को काबू करने के लिए कई जगहों पर लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा है. लोगों की शिकायत है कि 100 घंटे से शहर में बिजली-पानी की आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है. हालांकि दावा किया जा रहा है कि अब 95 फीसदी इलाकों में बिजली-पानी की आपूर्ति ठीक कर दी गई है. पिछले सप्ताह आए सुपर साइक्लोन ने राज्य में भारी तबाही मचाई है. देश के अन्य हिस्सों की तरह बंगाल भी कोरोना महामारी के बुरी तरह जूझ ही रहा था कि इस तूफान ने और परेशानी बढ़ा दी. जगह-जगह सड़कों पर पेड़ गिरे हुए हैं. आम जनजीवन अभी भी बेहाल है. लोगों की बिजली की समस्या तो है ही, साथ ही पानी के लिए काफी संघर्ष करना पड़ रहा है. ऐसे समय में जब लोगों को कोरोना की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना है तो उन्हें पानी के लिए बाहर निकलने को विवश होना पड़ रहा है. ऐसे में लोगों को काफी समस्या हो रही है. 100 घंटे से अधिक हो चुके है, किन्तु राज्य सरकार बिजली और पानी जैसी बुनियादी चीजों की आपूर्ति बहाल नहीं कर सकी है. इस कारण लोगों में नाराजगी बढ़ती ही जा रही है. दो महीने बाद शुरू हुई उड़ानें, कई फ्लाइट्स हुई कैंसिल, परेशान हुए यात्री क्या श्रम कानूनों में बदलाव ला पाएंगी उघोग जगत में गति ? देश में नौकरी को लेकर इतने प्रतिशत लोग भटक रहे बेरोजगार