पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने की समय सीमा बढ़ाने की अधिसूचना को निरस्त करने के राज्य निर्वाचन आयोग के फैसले पर कलकत्ता हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है. जिसके बाद एक बार फिर से चुनाव प्रचार जोरों शोरों से शुरू हो गया है. हालांकि इस बीच हंगामे की खबर भी सामने आई है. आज प्रचार के दौरान आसनसोल में त्रिणमूल कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हंगामा हुआ. टीएमसी कार्यकर्ताओं का कहना है कि भाजपा के कार्यकर्ता उन्हें धमका रहे है. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में पिछले कई दिनों से राजनितिक पार्टियों के बीच हाथापाई जारी है. राजधानी कोलकाता से भी हिंसा कि घटनाएं सामने आ रही है. बीजेपी और त्रिणमूल कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं बीच लगातार झड़प की खबरें सामने आ रही है. हिंसा की वजह से कई विपक्षी पार्टी के प्रत्याशियों के मौत की बात सामने आई है. बांकुरा के रानीबांध में टीएम कार्यकर्ताओं के हमले में एक बीजेपी कार्यकर्ता की मौत हुई थी. बीरभूम जिले में बीजेपी प्रेसिडेंट रामकृष्ण रॉय ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर हिंसा करने का आरोप लगते हुए कहा है कि, 'वे बीजेपी के उम्मीदवार जो नॉमिनेशन करने जा रहे थे उन्हें धमकी दे रहे हैं. टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा इस हरकत के बारे में हमने सोचा भी नहीं था.' संविधान बचाओ नहीं राहुल बचाओ अभियान है - संबित पात्रा उपराष्ट्रपति का कदम गैर क़ानूनी-सिब्बल फिलीस्तीनी विद्वान के हत्यारों का स्केच हुआ जारी