पिछले 10 वर्षों में क्या बढ़ा-क्या घटा ? बजट पर बोलते हुए पीएम मोदी ने जनता के सामने रखे आंकड़े

नई दिल्ली: आज मंगलवार (30 जुलाई) को भारतीय उद्योग जगत के नेताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दस वर्षों में अपनी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। पीएम मोदी ने कहा कि भारत वर्तमान में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है और पिछले दस वर्षों में देश का बजट 16 लाख करोड़ रुपये से तीन गुना बढ़कर 48 लाख करोड़ रुपये हो गया है।

पीएम मोदी ने कहा कि, "जब 2013-14 में डॉ मनमोहन सिंह की सरकार का आखिरी बजट पेश किया गया था, तब यह 16 लाख करोड़ रुपये था। आज हमारी सरकार में यह तीन गुना बढ़कर 48 लाख करोड़ रुपये हो गया है।" नई दिल्ली के विज्ञान भवन में CII द्वारा आयोजित 'विकसित भारत की ओर यात्रा: केंद्रीय बजट 2024-25 के बाद सम्मेलन' के उद्घाटन सत्र में उद्योग जगत को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संसाधन निवेश के सबसे उत्पादक माध्यम के रूप में जाने जाने वाले पूंजी निवेश में पिछली सरकार की तुलना में उनके कार्यकाल में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। 

पीएम मोदी ने कहा कि 2004 में जब कांग्रेस सरकार सत्ता में आई थी, तब उनके पहले बजट का पूंजीगत व्यय 90,000 करोड़ रुपये था। अपने 10 साल के शासन में UPA सरकार पूंजीगत व्यय को 2 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ाने में सफल रही। अब 2024 में यह 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। पीएम मोदी ने कहा, "2004 से 2014 तक दस वर्षों में पूंजीगत व्यय किसी तरह दोगुना हो गया, लेकिन हमारे कार्यकाल में पूंजीगत व्यय में पांच गुना से अधिक की वृद्धि हुई है।" पीएम मोदी ने अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रों पर भारत के फोकस पर भी प्रकाश डाला। 

उन्होंने बताया कि पिछली सरकार की तुलना में मौजूदा सरकार ने रेलवे बजट में 8 गुना वृद्धि की है, राजमार्गों के लिए बजट में भी 8 गुना वृद्धि हुई है, कृषि बजट में 4 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है और रक्षा बजट में भी 2 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। MSME क्षेत्र के लिए पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में 1 करोड़ रुपये कमाने वाले MSME को अनुमानित कर देना पड़ता था। अब 3 करोड़ रुपये तक की आय वाले MSME इसका लाभ उठा सकते हैं। 2014 में 50 करोड़ रुपये तक की आय वाले MSME को 30 प्रतिशत टैक्स देना पड़ता था। अब यह 22 प्रतिशत है। 

कॉरपोरेट टैक्स के बारे में उन्होंने बताया कि 2014 में कंपनियां 30 प्रतिशत कॉरपोरेट टैक्स देती थीं। अब 400 करोड़ रुपये तक की आय वाली कंपनियां 25 प्रतिशत कॉरपोरेट टैक्स दे रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "पिछले दस वर्षों में हमारी सरकार का आदर्श वाक्य गति और पैमाना रहा है। भारत दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है जहां उच्च विकास और कम महंगाई है। वैश्विक विकास में भारत की हिस्सेदारी बढ़कर 16 प्रतिशत हो गई है। और वह भी महामारी, भू-राजनीतिक तनाव, चक्रवात और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद। अगर ऐसा नहीं होता, तो भारत बहुत ऊंचे स्थान पर होता।" 2022-23 में बेरोज़गारी दर 3.2 फीसद दर्ज की गई है और जल्द ही ये 3 फीसद के नीचे आ जाएगी, जो नौकरियों रोज़गार के लिए बहुत अच्छा संकेत है, ये दर 2013-14 में 8.1 फीसद थी।  

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, "हमारा ध्यान कौशल विकास और रोजगार सृजन पर है। युवाओं को अपना कुछ करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।" उन्होंने कहा कि, "भू-राजनीतिक तनावों के बावजूद भारत की विदेशी मुद्रा में वृद्धि हुई है। देश विकसित भारत के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की मंशा और प्रतिबद्धता स्पष्ट है, हमारी प्रतिबद्धता में कोई बदलाव नहीं है। राष्ट्र प्रथम, 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था, शून्य प्रभाव शून्य दोष, आत्मनिर्भर भारत और 2047 तक विकसित भारत हमारा आदर्श वाक्य है।" उन्होंने उद्योग जगत से रोजगार और निवेश सृजित करने में सरकार के साथ प्रतिस्पर्धा करने को कहा। प्रधानमंत्री ने कहा, "विकसित भारत को अपना आदर्श वाक्य बनाएं और इसके लिए काम करें।" 

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