उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के अंतिम चरण का मतदान बुधवार को समाप्त हुआ इसके साथ सबकी नज़र 1 दिसम्बर को आने वाले नतीजों पे लगी है. आधिकारिक सूचनाओं की माने तो कुल तीन चरण में हुए चुनाव में 52.5% मतदान हुआ है, जबकि 2014 में 46.2% मतदान हुआ था. मतदान के समाप्त होते ही 16 मेयर, 438 नगर पंचायत, 198 नगर पालिकाओं पर किस पार्टी ने बाजी मारी है ये रहस्य भी मतदान पेटियो में बंद हो चुका है, जो 1 दिसम्बर को परिणामो के रूप में सामने आएगा. इसी के साथ एग्जिट पोल का बाजार भी गरम हो चुका है, जहाँ अधिकांश एग्जिट पोल बीजेपी और आदित्यनाथ का जादू फिर चलने की बात कर रहे है. एग्जिट पोल के अनुसार कानपुर, अयोध्या, झांसी, आगरा, वाराणसी, समेत लखनऊ ओर गोरखपुर में बीजेपी का परचम लहराना मान रहे है. अयोध्या में बीजेपी को 48%, समाजवादी पार्टी को 32%, बीएसपी को 17% और कांग्रेस को 2% वोट मिले सकते है. वहीं लखनऊ में बीजेपी को 40%, समाजवादी पार्टी को 27%, बीएसपी को 13% और कांग्रेस को 18% वोट मिले सकते है. उत्तर प्रदेश में निकाय चुनावों में इस तरह के एग्जिट पोल आने का मुख्य कारण मुख़्यमंत्री योगी को माना जा रहा है. योगी की आक्रामक और हिंदूवादी छवि को बीजेपी ने भुनाया और जनता में भी योगी पहली पसंद बने हुए है. इसी के चलते बीजेपी एक बार फिर बड़े अंतर से विपक्षियों को पटकनी दे सकती है. सफ़ेद रण में चुनावी गरज पैसा लुट गया तो नोटबंदी को रो रहा विपक्ष - मोदी गुजरात में राहुल का कमाल, हर रोज़ करेंगे एक सवाल