नई दिल्ली: जब देश में कोरोना वायरस को लेकर हर इंसान में दशहत का माहौल है. ऐसे में सरकार और डाक्टर यही हिदायत दे रहे हैं कि सर्दी-खांसी या जुकाम होने पर अपने आपको होम क्वारंटाइन करें. किन्तु एक आम आदमी के लिए ये समझना थोड़ा मुश्किल है कि आखिर ये होम क्वारंटाइन क्या बला है. आइए हम आपको बतातें हैं क्वारंटाइन का अर्थ और इसका तरीका... होम क्वारंटाइन का अर्थ है घर पर अपने आपको परिवार और बाकी सभी लोगों के अलग कर लेना. अगर आपको थोड़ा भी सर्दी-जुकाम है तो वक़्त आ गया है कि आप किसी के संपर्क में न आए. कोरोना वायरस संक्रमण के इस गंभीर वक्र में बेहतर होगा, अगर आप जरा भी कोताही न बरती जाए. इस अवस्था में आप अपने आपको एक कमरें में अलग रखते हैं. यहां किसी भी इंसान को आने न दिया जाए. ये हैं क्वारंटाइन करने का तरीका - एक हवादार रूम में ही रहें - यदि कोई इस कमरे में घुसे भी तो कम से कम दो मीटर की दूरी बनाए रखें - गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और नवजात बच्चों से बिलकुल भी मेलजोल ना करें - होम क्वारंटाइन के दौरान सार्वजनिक जगहों पर न जाएं - मंदिर, मॉल या बाजार में जाने से बचें - घर में कुछ भी सामान खुद न छुएं - हाथों में दस्ताने पहनें और मुंह में मास्क भी पहने रखें कोरोना का फैला खौफ, उत्तराखंड में कॉर्बेट नेशनल पार्क 31 मार्च तक के लिए हुआ बंद क्या बंद हो जाएंगे 2000 रुपए के नोट ? मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में दिया जवाब 'हेट क्राइम' पर गृह मंत्रालय का बड़ा बयान, कहा- IPC में इसका जिक्र नहीं, इसीलिए डाटा मौजूद नहीं