उमस भरी गर्मियों में पसीना आना आम बात है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर पसीना जरूरत से ज्यादा आने लगे तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है? इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि यह एक खास बीमारी के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं, जिसे हाइपरहाइड्रोसिस कहते हैं। आइए, इस बीमारी के बारे में विस्तार से जानते हैं और इसके लक्षण और बचाव के तरीकों को समझते हैं। क्या है हाइपरहाइड्रोसिस? हाइपरहाइड्रोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति के शरीर में सामान्य से ज्यादा पसीना आता है। यह पसीना केवल गर्मी या उमस में ही नहीं, बल्कि बिना किसी शारीरिक गतिविधि के भी हो सकता है। दरअसल, इस बीमारी में पसीना निकलने वाले ग्लैंड्स (ग्रंथियों) बहुत ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं, जिससे बिना किसी कारण भी बहुत अधिक पसीना आने लगता है। हाइपरहाइड्रोसिस के लक्षण हाइपरहाइड्रोसिस के कई लक्षण होते हैं, जिनमें प्रमुख हैं: अत्यधिक पसीना आना: बिना किसी फिजिकल एक्टिविटी के भी व्यक्ति को बहुत ज्यादा पसीना आता है। शरीर में पानी की कमी: ज्यादा पसीना आने के कारण शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या पैदा हो सकती है। सोडियम की कमी: शरीर में अत्यधिक पसीना आने से सोडियम की मात्रा कम हो सकती है, जिससे शरीर के अंगों पर असर पड़ सकता है। ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा: अत्यधिक पसीना आने के कारण शरीर में पानी और सोडियम की कमी हो सकती है, जिससे ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। हाइपरहाइड्रोसिस के कारण हाइपरहाइड्रोसिस के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख हैं: डायबिटीज: मधुमेह से ग्रसित लोगों में पसीना अधिक आता है। मोटापा: मोटापे से ग्रसित लोगों में पसीना ज्यादा आता है। थायराइड: थायराइड की समस्या होने पर भी पसीना अधिक आता है। वायरल इंफेक्शन: किसी भी वायरल इंफेक्शन के कारण भी यह समस्या हो सकती है। हाइपरहाइड्रोसिस का इलाज हाइपरहाइड्रोसिस का इलाज कई तरीकों से किया जा सकता है। डॉक्टर इस स्थिति का इलाज थर्मलिसिस और बोटॉक्स इंजेक्शन जैसी तकनीकों के जरिए कर सकते हैं। अगर आपको भी अत्यधिक पसीना आता है, तो सबसे पहले आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। हाइपरहाइड्रोसिस से बचाव के उपाय बाहर निकलने से बचें: गर्मियों में धूप में बाहर निकलने से बचें, खासकर तब जब धूप बहुत तेज हो। पानी का सेवन: दिन में 5-6 लीटर पानी जरूर पिएं ताकि शरीर में पानी की कमी न हो। धूप से बचाव: धूप में केवल जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकलें और शरीर को धूप से बचाने के उपाय करें। जरूरत से ज्यादा पसीना आना केवल गर्मी की वजह से नहीं हो सकता, बल्कि यह हाइपरहाइड्रोसिस जैसी बीमारी का लक्षण भी हो सकता है। इसलिए अगर आपको भी इस तरह की समस्या महसूस होती है, तो इसे हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। सही समय पर इलाज करवाने से आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। इस शानदार बाइक पर आ जाएगा आपका दिल मारुति सुजुकी की पहली इलेक्ट्रिक SUV eVX: टेस्टिंग के दौरान सामने आईं खास बातें मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा की बिक्री में हुई बढ़ोतरी, जानिए क्या है इसकी खासियत