क्या है PFI और भारत में किस मकसद से कर रहा काम ? 7 पॉइंट्स में समझें पूरी हकीकत

नई दिल्ली: कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के देशविरोधी मंसूबों को लेकर लगातार बड़े खुलासे हो रहे हैं। ‘सर तन से जुदा’ मॉड्यूल को लेकर अब खुलासा हुआ कि PFI, केरल और तेलंगाना के बाद उत्तर प्रदेश के मुस्लिम युवाओं में जहर भरने की फिराक में था। यह संगठन देश विरोधी अभियान के लिए लोगों से समाजसेवा के नाम पर फंड लेता था। अधिकारियों ने PFI से संबंधित लोगों से हुई पूछताछ को 7 प्वाइंट्स में डी-कोड किया है।

PFI के गिरफ्तार सदस्यों से पूछताछ में ‘मिशन हिंदुस्तान’ को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इस खुलासे के जरिए अधिकारियों ने PFI के मिशन को डी-कोड किया है। इन लोगों की कोशिश थी कि शिक्षण संस्थानों के माध्यम से युवाओं का ब्रेनवॉश किया जाए। साथ ही यह संगठन कट्टरपंथी विचार फैलाने के लिए रिक्रूटमेंट भी किया करता था। रिपोर्ट के अनुसार, PFI सोशल वर्क के नाम पर धन एकत्रित करता है और उसका उपयोग समाज विरोधी और देश विरोधी प्रचार के लिए करता है। 

हिंदुस्तान को इस्लामी राष्ट्र बनाने का PFI प्लान:-

1-केरल-तेलंगाना के बाद अब यूपी के मुस्लिम युवा निशाने पर 2-सोशल वर्क के नाम पर धन जुटाना और देश विरोधी प्रचार करना 3-मुस्लिम बहुल इलाकों में स्कूल, कॉलेज, मदरसों को जहर फ़ैलाने के लिए इस्तेमाल करना 4-मुस्लिम युवाओं को हिंसा करने, पत्थरबाज़ी करने आदि की ट्रेनिंग देना  5-कट्टरपंथी विचारों के प्रसार के लिए भर्तियां करना 6-अलग-अलग विंग के जरिए सरकारी एजेंसियों को चकमा देना  7- SC/ST और OBC को हिन्दुओं के खिलाफ भड़काना 

इतना ही नहीं PFI स्लीपर सेल पर पूरे देश में जांच एजेंसियों की तरफ से डाले गए कई छापों से यह पता चलता है कि कट्टरपंथी संगठन ने सरकारी एजेंसियों से बचने और अपने एजेंडे को फैलाने के लिए कई विंग लॉन्च कर रखे हैं। PFI ने सरकारी एजेंसियों के चंगुल से बचने के लिए कई छोटे-छोटे संगठन बना रखे थे। इन छोटे संगठनों के जरिए वह मुस्लिम बहुल इलाकों में स्थित स्कूलों, कॉलेजों और मदरसों में बड़ी तादाद में भर्ती अभियान चलाया जा रहा है। कई जगह मदरसों में मुस्लिम बच्चों को हिंसा का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इन लोगों पथराव करने और कराटे की भी ट्रेनिंग दी जा रही है।

यह भी खुलासा हुआ है कि PFI अपनी बैठक में कट्टरपंथ और हिंसा फैलाने का प्रशिक्षण देता है। पत्थर फेंकने से लेकर घर की छत पर पत्थर जमा करने तक PFI की बैठकों में सिखाया जाता है। इसके साथ ही PFI, लोगों को भीड़ में जुटना, फिर लोगों को भड़काकर दंगा फैलाने का भी प्रशिक्षण देता है। पूछताछ में यह भी पता चला है कि दक्षिण भारत में 200 से ज्यादा आतंकियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। PFI का मकसद गरीब, भिखारी और प्रताड़ित मुस्लिम युवाओं को टारगेट करना है। इन लोगों को दिमाग में हिंदू विरोधी जहर भरकर उनका ब्रेनवॉश करना भी शामिल है। साथ ही, PFI 2047 तक भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने के प्लान पर भी काम कर रहा है, इसके लिए वो SC/ST और OBC को हिन्दुओं के खिलाफ भड़काकर 'फूट डालो और राज करो' की नीति पर काम कर रहा है। 

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