जाने क्या है घडी लगाने की सही दिशा

आज के समय में दीवार घड़ी का चलन सर्वत्र और सर्वमान्य हो गया है. छोटे या बड़े कमरे की किसी न किसी दीवार पर लंबी चौड़ी घड़ी टांग दी जाती है.पर क्या आप जानते है की अगर आपके पास छोटा और सीमित आकार वाला घर हो, तो सिर्फ ड्राइंग रूम में ही वॉल-क्लॉक लगाना चाहिए. ड्राइंग रूम के बाद घड़ी लगाने का दूसरा अनिवार्य स्थान है बैडरूम और तीसरा स्थान है बच्चों के पढ़ने-लिखने की लॉबी या स्टडी रूम. 

आइये जानते है  की  इन तीनों जगहों पर टाइम पीस किसी प्रकार और कौन-सी दिशा में लगाना चाहिए

1-ड्राइंग रूम अगर  बड़े आकार का है तो इसके मुख्य प्रवेश द्वार के सामने ही अच्छा सुंदर और बड़े अक्षरों वाली दीवार घड़ी लगाना चाहिए. क्योंकि यह वास्तु देवता के सिरोभाग को स्पर्श करता है. अगर वास्तु देवता का सिरोभाग सही रहेगा, तो घर में रहने वाले सदस्यों को भी मानसिक और शारीरिक सुख शांति का आभास होगा.

2-बेडरूम में सदैव उत्तर या उत्तरपूर्व दिशा में ही घड़ी लगानी चाहिए. वैसे, यहां अधिक खटपट करने वाली क्लॉक नहीं लगानी चाहिए और न ही अलार्म रहित घड़ी. हां, प्रत्येक घंटे चेतावनी देने वाली टबिल क्लॉक बेड रूम में लगाना अच्छा नहीं रहेगा. इससे नींद में खलल पड़ेगा.

3-स्टडी रूम में पूर्व या वायव्य कोण में घड़ी लगाना सर्वोत्तम रहेगा. इससे जहां वहां कार्यरत अध्ययनकर्ता की एकाग्रता बनी रहेगी, वहीं उनका समय भी फालतू कार्यों और दिमागी उलझनों में बर्बाद नहीं होगा.

4-यह भी ध्यान रहे कि जहां भी घड़ी लगाई जा रही है, वहां या उसके आसपास शेर, भालू, सियार गिद्द, सुअर,घडि़याल, बाघ, चीता या सांप आदि परभक्षी व खतरनाक प्राणियों के चित्र नहीं लगाने चाहिए. इससे जहां समय की धारा विरुद्ध हो जाती है.

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