मुंबई: शिवसेना के मुखपत्र सामना में बीते रविवार को उत्तर प्रदेश के एक घटना का जिक्र करते हुए पूछा गया है कि, 'ये कैसा रामराज्य है?' जी दरअसल शिवसेना नेता संजय राउत के रोकटोक साप्ताहिक लेख में उत्तर प्रदेश के एक मंदिर में पानी पीने पर मुस्लिम लड़के को बुरी तरह पीटे जाने की घटना पर लिखा गया है। लेख में सांसद संजय राउत ने लिखा है, 'यह किस तरह का ‘राम राज्य’ है, इस तरह के कुछ लोगों की सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की सोच भारत की छवि को नुकसान पहुंचा रही है।' इसी के साथ राउत ने यह भी लिखा है कि, 'यह घटना उस भूमि पर हुई है जहां राम मंदिर बनने जा रहा है। यह किस तरह का राम राज्य है? हम कौन से हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं? पश्चिम बंगाल में सिर्फ इसलिए ममता बनर्जी को हिंदू विरोधी करार दिया जाता है क्योंकि वह ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने से इनकार कर देती हैं। लेकिन मंदिर में एक लड़के को सिर्फ मुस्लिम होने के लिए पानी देने से इनकार करना और उसे बेदर्दी से पीटना भी हिंदू विरोधी ही तो है।' इसी के साथ इस लेख में लिखा गया है कि, 'हम पाकिस्तान के विरोध में हैं, मुस्लिमों के विरोध में नहीं है। देश में उत्तर प्रदेश, बिहार, असम और पश्चिम बंगाल में चुनाव जीतने के लिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण किया जा रहा है।' जी दरअसल यह घटना उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के एक मंदिर की है। यहां मंदिर के अंदर पानी पीने के लिए एक व्यक्ति ने दूसरे समुदाय के एक युवक की पिटाई कर दी थी। उस दौरान का एक वीडियो वायरल हुआ और उसके बाद पिटाई करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। 2 दिन घर पर क्वॉरेंटाइन रहने के बाद अस्पताल में एडमिट हुआ यह एक्टर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज करेंगे 'जल शक्ति अभियान' का शुभारंभ शादी के बंधन में बंधे हरमन बवेजा, सामने आए वीडियोस और तस्वीरें