भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म में ऋषि पंचमी के व्रत को काफी महत्वपूर्ण माना गया है. विशेष रूप से आज के समय में यह व्रत महिलाएं और कुंवारी कन्याएं रखती है. इस व्रत को रखने वाली महिलाओं और कन्याओं को इस दौरान कुछ विशेष बातों का भी ध्यान रखना चाहिए जिससे कि उनका व्रत खंडित न हो. तो आइए जानते हैं ऋषि पंचमी पर व्रत रखने वाली महिलाओं और कन्याओं को क्या नहीं करना चाहिए. - इस व्रत के दौरान महिलाएं और कन्याएं इस बात का ध्यान रखें कि वे जमीन से उत्पन्न अर्थात हल से जोते हुए अनाज को ग्रहण न करें. इससे उनका व्रत खंडित हो सकता है. - इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं और कन्याएं यह ध्यान रखें कि व्रत वाले दिन सुबह देर तक न सोए. आपका प्रयास होना चाहिए कि सूर्य के उदय से पहले आप अपना बिस्तर छोड़ दें. साथ ही सूर्योदय से पूर्व आप स्नान अदि से स्वच्छ हो जाए. स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें. - इस दिन किसी पवित्र नदी में जरूर स्नान करना चाहिए. जबकि पूजन के दौरान ध्यान रहें कि आपको सभी सप्तऋषि का पूजन करना है. - जो महिलाएं या कन्याएं यह व्रत रखती है उन्हें धन-सम्पति, सुख-शांति समेत कई तरह के आशीर्वाद मिलते हैं. - मासिक धर्म के दौरान यदि महिलाएं कुछ ऐसी गलती कर चुकी है, जो कि धार्मिक दृष्टिकोण से अनुचित है तो आपको यह व्रत जरूर रखना चाहिए. इससे महिलाओं और कन्याओं द्वारा जाने-अनजाने में किए गए पाप में कमी आती है. - व्रत रखने वाली महिलाओं और कन्याओं को ऋषि पंचमी के विशेष अवसर पर किसी भी प्रकार का छल-कपट नहीं करना चाहिए. न ही किसी के साथ बुरा व्यवहार करना चाहिए और न ही किसी का आपके द्वारा अपमान होना चाहिए. साथ ही ध्यान रहें कि इस दिन क्रोध करना भी आपके लिए हानिकारक हो सकता है. इस पर नियंत्रण रखने में ही आपकी भलाई है. ऋषि पंचमी : इस दिन होती है सप्तऋषि की पूजा, जानिए इन ऋषियों का नाम ? ऋषि पंचमी : 21 प्रकार के होते हैं ऋषि, जीते हैं ऐसा जीवन, जानिए नाम ? ऋषि पंचमी : धन और विद्या से संबंधित समस्याएं होंगी दूर, जरूर करें ये उपाय ऋषि पंचमी : इस तरह करें ऋषियों का पूजन, मिलेगा शुभ समाचार ऋषि पंचमी : ऋषि पंचमी के दिन किसकी पूजा की जाती है, जानिए पूजन की विधि