सनातन धर्म में खरमास का महीना शुभ नहीं माना जाता है। खरमास के चलते कोई भी शुभ एवं मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है। हालांकि, इस के चलते पूजा-पाठ करना अच्छा माना जाता है। दरअसल, जब सूर्य मीन या धनु राशि में गोचर (प्रवेश) करते हैं, तो इसी राशि परिवर्तन की वजह से खरमास आरम्भ होता है। यानी सूर्य के मीन राशि में गोचर करते ही खरमास आरम्भ हो जाता है। इस वर्ष खरमास 15 दिसंबर से आरम्भ हो रहा है तथा 14 जनवरी 2025 तक चलेगा। ऐसे में आइये आपको बताते हैं कि खरमास में क्या करना चाहिए और क्या नहीं। खरमास में क्या करना चाहिए? खरमास में सूर्यदेव और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। इस दौरान मंदिर या गरीबों को अन्न और धन का दान करना चाहिए। पूजा करते समय मंत्रों का जाप करना चाहिए। सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए। खरमास में क्या नहीं करना चाहिए? खरमास के दौरान कोई भी मांगलिक या शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। मुंडन, गृह प्रवेश और सगाई जैसे कार्य नहीं करने चाहिए। घर बनवाने की शुरुआत भी खरमास में नहीं करनी चाहिए। तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। किसी का अपमान या वाद-विवाद नहीं करना चाहिए। नया वाहन या मकान खरीदने से भी बचना चाहिए। आने वाले दिनों में इन राशि के लोगों को रहना होगा सावधान शाकिर ने ऐसा ब्रेनवाश किया, अपनी माँ को 'काफिर' कहने लगी हिन्दू लड़की और फिर.. सूर्यास्त के बाद करें ये एक काम, घर में होगी धनवर्षा