अधिकांश लोग बाजार से खाद्य पदार्थ खरीदते समय उसकी एक्सपायरी डेट जरूर जांचते हैं। अगर एक्सपायरी डेट नजदीक है या निकल चुकी है, तो आमतौर पर उस प्रोडक्ट को नहीं खरीदा जाता। घर में भी कई बार खाद्य पदार्थ लंबे समय तक रखे रहते हैं, और उनकी एक्सपायरी डेट निकल जाती है। ऐसे में लोग सोचते हैं कि एक्सपायरी डेट के बाद इनका उपयोग करना सुरक्षित है या नहीं। आइए जानें विशेषज्ञ इस विषय पर क्या कहते हैं। जब किसी प्रोडक्ट की एक्सपायरी डेट निकल जाती है, तो आम धारणा है कि ऐसा प्रोडक्ट तुरंत सेहत के लिए हानिकारक नहीं होता। वास्तव में, कई उत्पादों में एक्सपायरी डेट की निर्धारिती क्वालिटी के लिए होती है, सेफ्टी के लिए नहीं। जैसे, चिप्स या बिस्किट एक्सपायर होने के बाद कुरकुरे नहीं रह सकते, लेकिन यह जरूरी नहीं कि इन्हें खाने से बीमार हो जाएंगे। दूध और मांस जैसे उत्पाद जल्दी खराब हो सकते हैं, क्योंकि इनमें बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं, इसलिए इनकी एक्सपायरी डेट जल्दी तय की जाती है। मसाले और अन्य खाद्य पदार्थों के मामले में, विशेषज्ञ बताते हैं कि भारतीय घरों में गेहूं का आटा, बेसन, रिफाइंड फ्लोर और सूजी जैसे उत्पादों का उपयोग अक्सर उनकी एक्सपायरी डेट को नजरअंदाज करके किया जाता है। दाल, पास्ता, और चावल जैसे लंबे समय तक खराब न होने वाले खाद्य पदार्थों को सूखे और हवादार स्थानों पर रखा जाए तो ये एक्सपायरी डेट के बाद भी ठीक रह सकते हैं। नट्स, तिलहन, और सूजी की शेल्फ लाइफ भी रेफ्रिजरेटर में बढ़ जाती है। मसाले भी सालों तक खराब नहीं होते। यदि किसी उत्पाद की एक्सपायरी डेट निकल गई है, तो पूजा शाह भावे सलाह देती हैं कि उसकी गंध और स्वाद की पूरी जांच करनी चाहिए। यह भी देखना चाहिए कि उत्पाद की स्थिति कैसी है। फूड पैकेजिंग की एक्सपायरी डेट कई कारकों पर निर्भर होती है, जैसे भोजन का प्रकार, पैकेजिंग की गुणवत्ता, मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया, और नियामक दिशानिर्देश। निर्माता शेल्फ लाइफ निर्धारित करने के लिए विभिन्न स्टोरेज कंडीशंस पर टेस्ट और एक्सपेरिमेंट करते हैं। एक्सपायरी डेट इन परीक्षणों के आधार पर तय की जाती है ताकि प्रोडक्ट उस समय तक सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण रहे। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रोडक्ट की एक्सपायरी डेट उसकी सुरक्षा से ज्यादा उसकी क्वालिटी से जुड़ी होती है। श्वेता के अनुसार, यदि एक्सपायरी डेट निकल जाने के बाद भी खाद्य पदार्थ ठीक लग रहा है, तो उसे खाना सुरक्षित हो सकता है। हालांकि, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि उत्पाद खराब नहीं हो रहा है। आपके भोजन को कैसे स्टोर किया जाता है, यह शेल्फ लाइफ पर बड़ा प्रभाव डालता है। फ्रिज को सही तापमान (5°C से नीचे) पर रखना, पैकेजों को कसकर सील करना, और सूखे सामान को ठंडी और अंधेरी जगहों पर रखना शेल्फ लाइफ बढ़ा सकता है। दिपाली शर्मा के अनुसार, सही तापमान और स्टोरेज के बिना, उत्पाद जल्दी खराब हो सकते हैं। अंततः, यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप एक्सपायरी डेट के बाद किसी उत्पाद का उपयोग करना चाहते हैं या नहीं। खाना खाने के बाद इन चीजों का रखना चाहिए खास ध्यान एलोवेरा में मिलाकर लगा लें ये 3 चीजें, गायब हो जाएंगे आंखों के काले घेरे आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए करें इस एक चीज का सेवन, मिलेंगे कई फायदे