नई दिल्ली. तीन तलाक बिल पर राज्य सभा में बुधवार को हंगामे के बाद कार्रवाई स्थगित कर दी गई थी. आज राज्य सभा की कार्रवाई शुरू होने पर इस बिल को फिर पेश किया जाएगा, और आशंका है कि आज भी हंगामा हो सकता है. कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को, एक बार में तीन तलाक को अपराध करार देने वाला बिल राज्यसभा में पेश किया, तो पूरा विपक्ष इसके खिलाफ एकजुट हो गया. तीन तलाक देने पर पति को 3 साल की सजा समेत कुछ अन्य प्रोविजन का विरोध कर रही कांग्रेस समेत 18 पार्टियां इसे सिलेक्ट कमेटी को भेजने की मांग पर अड़ गईं. लेकिन सरकार ने उनकी मांग मानने से इनकार कर दिया. अरुण जेटली ने कहा कि अचानक बिल को सिलेक्ट कमेटी में भेजने का प्रस्ताव पेश कर कांग्रेस सदन की परंपरा तोड़ रही है. वहीं कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी खुद को मुस्लिम महिलाओं के मसीहा के तौर पर पेश कर रही है, लेकिन दरअसल वह अपने राजनीतिक फायदे के लिए उन्हें मूर्ख बना रही है. दरअसल तीन तलाक से जुड़ा विधेयक लोकसभा 28 दिसंबर को पास कर चुकी है. लेकिन राज्यसभा में सरकार के पास बहुमत नहीं है. यूपीए अगर साथ नहीं देता है तो बिल पास करवाने के लिए सरकार को छोटे दलों पर आश्रित रहना पड़ेगा. अब देखना यह है कि आज राज्य सभा में क्या नतीजा निकलता है. मुस्लिम महिला ने की नेताओं से तीन तलाक को लेकर अपील जोधपुर कोर्ट में हाज़िर हुए सलमान शहीद की विदाई, यूपी सरकार परिजनों को देगी 50 लाख रुपये