नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किए जाने के बाद अब देश में फिर से CAA-NRC को लेकर बहस शुरू हो गई है. इसमें अब शायर मुनव्वर राणा भी कूद पड़े हैं. राणा ने कहा कि जो हाल कृषि कानूनों का हुआ, वही हश्र CAA और NRC का भी होगा. उन्होंने कहा कि ये कोई कानून नहीं हैं, बल्कि ये मुस्लिमों से दुश्मनी निकालने के लिए लाए गए हैं. कृषि कानूनों की वापसी के सवाल पर मुनव्वर राणा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं इस फैसले से बेहद खुश हूं और मैं पीएम मोदी को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं. मुनव्वर राणा ने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं मेरी तपस्या में कुछ कमी रह गई होगी, जबकि कहा ये जा सकता है कि हमसे कोई गुनाह हो गया था, जिससे 700 किसान मारे गए. राणा ने कहा कि अगर दूसरे देश की बात होती, तो वहां पर उसको (PM को) फांसी दे दी जाती. अब उनकी जिम्मेदारी बनती है कि पब्लिक केयर फंड से पैसा निकाल कर किसानों को एक-एक करोड़ का मुआवज़ा प्रदान किया जाए. राणा ने ये भी कहा कि ये कार्य तो जिन्ना का था कि उसने देश के दो टुकड़े करवा दिए और आपका काम जोड़ना है न कि तोड़ना. उन्होंने कहा कि अमित शाह जो CAA और NRC का कानून लेकर आए, उसमें हमारे काफी सारे लोग मारे गए और बहुत नुकसान हुआ. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि हमारे यहां एक भी दंगा नहीं हुआ, हम भी यही कहते हैं,, क्योंकि यहां दंगा नहीं होता बल्कि सीधे कत्लेआम होता है. 'इमरान मेरे बड़े भाई..', सिद्धू के बयान पर भाजपा ने राहुल गांधी से मांगी सफाई केजरीवाल की 'शराब नीति' के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, बोले- ठेके खुले तो नहीं मिलेंगे वोट शीतकालीन सत्र से पहले 28 नवंबर को होगी सर्वदलीय बैठक, PM मोदी हो सकते हैं शामिल