नई दिल्ली: फ्रांस दौरे पर गए पीएम नरेंद्र मोदी को देश के सर्वोच्च सम्मान 'द ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर' (The Grand Cross of the Legion of Honor) से नवाज़ा गया था। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने उन्हें ये सम्मान दिया था। पीएम मोदी भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्हें ये सम्मान प्राप्त हुआ है। बता दें कि, ये सम्मान नागरिक या सैन्य सेवा में प्रदान किया जाता है। फ्रांस के सामाजिक या आर्थिक समर्थन के लिए किसी विदेशी गणमान्य नागरिक को भी ये सम्मान प्रदान किए जाने का प्रावधान है। इसके साथ ही पीएम मोदी फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस (Bastille Day) पर चीफ गेस्ट भी रहे थे। हालाँकि, जैसा कि अक्सर पीएम मोदी के विरोध में अक्सर झूठ फैलाया जाता है, वैसा ही कुछ इस सम्मान को लेकर भी हुआ। पीएम मोदी ने तो सम्मान प्राप्त करते समय इसे भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान बताया, लेकिन इस सम्मान पर गर्व करने की बजाए सोशल मीडिया में प्रोपेगंडा फैलाने वाले कुछ लोगों ने यह कहना शुरू कर दिया कि ये सम्मान मिलना कोई बड़ी बात नहीं है। इसके लिए वे लोग यह दलील देने लगे कि 10 लाख लोगों को ये सम्मान दिया जा चुका है। साथ ही ये भी दावा होने लगा कि ये सम्मान तो अभिनेता शाहरुख़ खान और कांग्रेस नेता शशि थरूर को भी मिल चुका है, अब पीएम को मिला है तो इसमें क्या ख़ास है। कांग्रेस के नेशनल मीडिया पैनलिस्ट सुरेंद्र राजपूत ने भाजपा IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए ये दावा किया। उनके अलावा, यूपी कैडर के रिटायर्ड IPS अधिकारी विजय शंकर ने तो दावा कर दिया कि शाहरुख खान, शशि थरूर, मनीष अरोड़ा, रुचिर गुप्ता, कमल हासन, अमर्त्य सेन और जुबिन मेहता को भी ये अवार्ड दिया जा चुका है। पीएम मोदी को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) भला कैसे इस झूठ को फैलाने में पीछे रहती। AAP के प्रवक्ता सर्वेश मिश्रा ने अमित मालवीय को ‘झूठ का सौदागर’ करार देते हुए शाहरुख़ खान और शशि थरूर को ये पुरस्कार मिलने वाली कहानी दोहरा दी। हालाँकि, इस पूरे मामले की सच्चाई जानने की कोशिश किसी ने नहीं की, बस जो सोशल मीडिया पर आया, उसे आगे बढ़ा दिया। क्या शाहरुख़ और शशि थरूर को भी मिला है पीएम मोदी वाला सम्मान ? इसके लिए आपको पहले भारत के पद्म पुरस्कार के बारे में समझाते हैं। जिस तरह, पद्म पुरस्कारों में निचले क्रम से पद्मश्री, फिर पद्मभूषण और फिर क्रम से सर्वोच्च पद्मविभूषण आता है, तीनों पद्म पुरस्कार ही कहलाते हैं। इसी तरह फ्रांस ‘The National Order of the Legion of Honour’ सम्मान की भी 5 कैटेगरी है। जिसे 5 हिस्सों में विभाजित किया गया है – Knight, Officer, Commander, Grand Officer और Grand Cross. पहले तीन हिस्सों यानि Knight, Officer, Commander, को जहाँ रैंक में गिना जाता है, वहीं उसके बाद से दोनों हिस्सों Grand Officer और Grand Cross को टाइटल माना जाता है। पीएम मोदी को जो सम्मान दिया गया है, वो ‘द लीजन ऑफ ऑनर’ का ‘ग्रैंड क्रॉस’ है, अर्थात ये फ्रांस का सर्वोच्च सम्मान है। जहाँ तक शाहरुख़ खान और शशि थरूर की बात है तो, शाहरुख़ को जुलाई 2014 में ‘Knight’ कैटेगरी में ये सम्मान दिया गया था, जो ‘द लीजन ऑफ ऑनर’ के 5 हिस्सों में सबसे निचला सम्मान है। फ्रेंच में इसे ‘Chevalier‘ के नाम से भी जाना जाता है। वहीं, कांग्रेस नेता शशि थरूर को भी अगस्त 2022 में यही सम्मान दिया गया था। हालाँकि, इस सच्चाई को जाने बगैर कांग्रेस और AAP नेताओं द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि जो शाहरुख़ और शशि थरूर को मिला था, वही सम्मान पीएम नरेंद्र मोदी को भी मिला है। बता दें कि, पीएम मोदी यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय पीएम हैं, लेकिन पहले भारतीय व्यक्ति नहीं। उनसे पहले ये सम्मान केवल 2 भारतीयों को दिया गया है, पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह (पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के दादा) को 1930 में और कपूरथला के महाराजा जगतजीत सिंह को 1926 में यह सम्मान दिया गया था। आरोपित को चुप रहने का पूरा अधिकार, उसपर बोलने के लिए दबाव नहीं डाल सकते - सुप्रीम कोर्ट आज़म खान को कोर्ट से फिर लगा झटका, हेट स्पीच केस में मिली 2 साल की जेल उमेश पाल की हत्या में शामिल था अतीक का पूरा परिवार, नाबालिग बेटों ने ही की थी रेकी - यूपी पुलिस की चार्जशीट