अभी कुछ टाइम पहले ऐसे बातें सामने आ रही थी कि अगर गलत तरीके से मेसेजस फॉरवर्ड किये तो जेल हो सकती है. इसी बात को हवा देते हुए वापस यह बात सामने आयी है कि Whatsapp पर भेजे गए Forwards या फ़ेसबुक के स्टेटस आपको जेल भिजवा सकते हैं. दुनिया के बाकी देशों की तरह भारत में भी फ़्री स्पीच कंडीशंस के साथ आती है. राजनितिक, धार्मिक और समाज के संवेदनशील मुद्दों पर पैनी नज़र रखी जाती है और इनकी अवहेलना IT Act का हनन मानी जाती है. ये बात अलग है कि इस समय माहौल अलग बन गया है. जैसे 18 साल के ज़ाकिर त्यागी के साथ हुआ,जब उसने फ़ेसबुक पर लोगों से पूछा कि गंगा को 'लिविंग एंटिटी' यानि 'किसी जीती जागती चीज़ की तरह क्यों माना जाता है'? इस स्टेटस के बाद ही ज़ाकिर को पुलिस उठा ले गयी, उसे 42 दिनों तक प्रताड़ित किया गया और जब तक वो वापस आया, उसकी नौकरी जा चुकी थी. बोलने की आज़ादी का हनन मापने का फ़िलहाल कोई पैमाना नहीं है. किसी भी बात पर, किसी को भी कटघरे में खड़ा किया जा सकता है और ये दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए शर्मनाक बात है. 'पद्मावती' के ख़िलाफ़ प्रोटेस्ट कर रहे लोग जब ये कहते हैं कि दीपिका का सिर काट दिया जाए, तब वो भी वही अपराध कर रहे होते हैं, लेकिन बयार चूंकि उनके फ़ेवर में बह रही है, इसलिए उनसे कोई माफ़ी की उम्मीद नहीं करेगा. पहली बार कंडोम खरीदते समय ध्यान रखें ये बातें बर्थडे केक पर इतनी मोमबत्तियां लगाई कि.. आगे की खबर पड़ें सुहागरात को बेहतरीन कैसे बनाये ?