व्हाट्सअप आज की दुनिया का एक ऐसा सच, जिसे कोई नहीं बदल सकता। सुबह आंख खुलते ही मैसेज की बाढ़। एक के बाद एक मैसेज, दोस्तों के फारवर्ड मैसेज, चैट पढ़ते—पढ़ते फारवर्ड करते—करते कब दिन बीत जाता है, पता ही नहीं चलता। कटाक्ष: 24 घंटे बाद भी राहुल की आँख का जादू बरक़रार कल एक व्हाट्सअप ज्ञानी से मुलाकात हुई, देश की दुर्दशा पर महाशय ने लंबा—चौड़ा पोस्ट किया था। पोस्ट ऐसा कि पढ़ते ही खून खौल उठा। ज्ञानी का नंबर मिलाया और बात की, भाई इतना ज्ञान का सागर है, कुछ लिखते क्यों नहीं। ज्ञानी बोला, अरे वो तो फारवर्ड मैसेज था। ये भी बड़े कमाल की बात है, मैसेज आए फारवर्ड करो और ज्ञानी बन जाओ। एक मित्र ने पूछा व्हाट्सअप पर इतना ज्ञान मिल रहा है, फिर भी देश में ज्ञान की कमी लगती है। हमने कहा, ज्ञान मिल रहा है और फारवर्ड हो रहा है, कोई ज्ञान को रख नहीं रहा है। यह वैसे ही है, जैसे शादी में मिलने वाले कपड़े किसी दूसरे रिश्तेदार को दे दिए जाते हैं और दूसरे से तीसरे होते हुए वह घूमते ही रहते हैं। ऐसा ही व्हाट्सअप है। एक ने ज्ञान लिया और दूसरे को दे दिया फिर दूसरे से तीसरे को। देखते ही देखते ज्ञान लौटकर पहले वाले के पास आ जाता है। व्हाट्सअप पर ज्ञान का आलम यह है कि मुद्दा कोई भी हो, ज्ञान खूब मिलता है। मराठा आंदोलन, पाकिस्तान चुनाव से लेकर चंद्र ग्रहण और गुरू पूर्णिमा तक हर तरह का ज्ञान यहां मौजूद है। कुछ पक्ष, तो कुछ विपक्ष ज्ञान भी यहां मिल जाता है। अरे—अरे ये क्या, व्हाट्सअप का ज्ञान संग्रह बांटने में 10 मिनट हो गए। चलो जी अब हम चलते हैं, अपना ज्ञान लेने और आप भी जाइए ज्ञान की बाढ़ आ गई होगी। तीखे बोल SATIRE: देश में भुखमरी के बीच विदेश को गाय का दान कटाक्ष: अनुशासन और मर्यादा की मिसाल भारतीय संसद Satire :क्रोएशियाई तासीर को तरसता भारत बात फुटबॉल की नहीं है ......