टेक डेस्क: भारत और दुनिया में करोड़ों लोग इंस्टेंट मैसेंजिंग सर्विस व्हाट्सएप का इस्तेमाल करते हैं और इसकी संख्या में लगातार इजाफा भी हो रहा है. किन्तु हालिया ख़बरों ने व्हाट्सएप को भी संदेह के दायरे में लेकर खड़ा कर दिया है. फेसबुक से डाटा लीक होने की ख़बरों के बाद, अब सूत्रों ने जानकारी दी है कि व्हाट्सएप से भी यूज़रों की जानकारी लीक होने की सम्भावना है. उल्लेखनीय है कि व्हाट्सएप ने भारत में अपने बीटा वर्जन में पेमेंट का ऑप्शन दे दिया है, इसका ट्रायल भी काफी दिन से चल रहा है. इससे व्हाट्सएप भारत सरकार की डिजिटल मुहिम का हिस्सा बनने की कोशिश कर रहा है. व्हाट्सएप को भारत में पेमेंट सर्विस शुरू करने के लिए एनपीसीआई से परमीशन मिली हुई है. एनपीसीई भारत में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) प्लेटफॉर्म को ऑपरेट करती है. व्हाट्सएप अपनी इस सर्विस के जरिए पियर टू पियर मनी ट्रांसफर को आसान बना रही है. अब अगर आप व्हाट्सएप के जरिए पेमेंट करेंगे तो इससे आपका बैंकिंग डेटा भी व्हाट्सएप के पास जाएगा और इस डेटा को लेकर कंपनी का कहना है कि वह अपनी पॉलिसी के तहत अपने यूजर्स के डेटा को अपनी पेरेंट कंपनी के साथ शेयर कर सकती है. गौरतलब है कि व्हाट्सएप की पेरेंट कंपनी फेसबुक है और फेसबुक पर पहले ही यूजर्स के डेटा के गलत इस्तेमाल करने के आरोप लग रहे हैं. ऐसी रिपोर्ट है कि फेसबुक के यूजर्स के डेटा का इस्तेमाल अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने के लिए किया गया था. ऐसे में सूत्रों ने खबर दी है कि व्हाट्सएप भी अपनी पैरेंट कंपनी के पदचिन्हो पर चलते हुए यूज़रों के बैंक डिटेल्स का गलत इस्तेमाल कर सकती है. इसी आशंका को देखते हुए हिदायत दी गई है कि जब तक व्हाट्सएप के पेमेंट मेथड के पूर्णतः सुरक्षित होने की जानकारी नहीं मिल जाती तब तक पैसे के लेन-देन के लिए व्हाट्सएप का इस्तेमाल न किया जाए. डाटा लीक: पीएम ने कहा भारत में रखे जाएं सोशल मीडिया के सर्वर डाटा लीक: भारत के आगामी चुनावों में फेसबुक की भूमिका जानें WhatsApp Payments फीचर इस्तेमाल करने का पूरा तरीका