आँख खुलते ही याद आ जाता है तेरा चेहरा, दिन की ये पहली ख़ुशी भी कमाल होती है। सुप्रभात नयी सी सुबह, नया सा सवेरा, सूरज की किरणों में हवाओं का बसेरा, खुले आसमान में सूरज का चेहरा, मुबारक हो आपको ये हसीं सवेरा. सुप्रभात आँखें खोलो भगवान का नाम लो, सांस लो ठंडी हवा का जाम लो, फिर ज़रा मोबाइल हाथ में थाम लो, और हमसे दिलकश सुबह का पैगाम लो. सुप्रभात आप नहीं होते तो हम खो गए होते, अपनी ज़िन्दगी से रुसवा हो गए होते, ये तो आपको गुड मोर्निंग कहने के लिए उठें हैं, वर्ना हम तो अभी तक सो रहे होते. शुभ दिन हर सुबह तेरी मुस्कुराती रहे, हर शाम तेरी गुनगुनाती रहें, मेरी दुआ है कि तू जिसे भी मिलें, हर मिलने वाले को तेरी याद सताती रहें. सुप्रभात बीत गई तारों वाली सुनहरी रात, याद आई फिर वही प्यारी सी बात, खुशियों से हर पल हो आपकी मुलाकात, इसलिए मुस्कुरा के करना दिन की शुरुआत। सुप्रभात हँसना और हँसाना कोशिश है मेरी, हर कोई खुश रहे ये चाहत है मेरी, भले ही मुझे कोई याद करे या ना करे, हर अपने को याद करना आदत है मेरी। सुप्रभात हर दिन की शुरुआत हो, मेरा प्यार मेरे साथ हो, आपके हाथ में मेरा हाथ हो, और मेरी हर सुबह आपके साथ हो। सुप्रभात। बेइन्तेहाँ प्यार करने वालों के लिए सिलसिला ज़ख्म ज़ख्म जारी है -अख़्तर नाज़्मी गरीबों की लाचारी दर्शाती शायरियां