हैदराबाद : इन दिनों हैदराबाद में आईटी सिटी सेक्टर के कई युवा आईटी प्रफेशनल्स एक नए अवतार में नज़र आने लगे हैं. यह अवतार है दिन में ऑफिस जाने के बाद रात को कैब चलाने का है. अच्छी बात तो यह है कि इस दोहरी ड्यूटी से इन युवाओं को कोई तकलीफ नहीं है . उल्लेखनीय है कि हैदराबाद में आईटी प्रफेशनल्स को कार की ईएमआई भरने में आ रही परेशानी को देखते हुए इन युवाओं ने अपना आर्थिक बोझ कम करने के लिए कैब एग्रीगेटर बन गए हैं. बाजार के आंकड़ों के अनुसार करीब 80 फीसदी ऐसे कैब ड्राइवर हैं जो पार्ट टाइम में प्राइवेट कार चला रहे हैं. इस बारे में इंजिनियर शिवा ने बताया कि वह हर रात 3 से 5 घंटे कैब चलाते हैं. इससे उन्हें हर माह लगभग 20,000 रुपये की आमदनी हो जाती है, जबकि उनकी कार की ईएमआई 11,000 रुपये है. वे अपने इस फैसले से खुश है. इस बारे में ओला के प्रवक्ता ने बताया कि हैदराबाद में इस तरह का ट्रेंड चल रहा है. हालांकि उन्होंने आधिकारिक रूप से कोई आंकड़ा नहीं बताया कि कितने ऐसे लोग हैं जो अपनी गाड़ी खुद कैब में चला रहे हैं लेकिन कैब की संख्या तेजी से बढ़ी है इसे उन्होंने स्वीकारा है. जो भी युवाओं को यह नया दूसरा रोजगार आर्थिक समस्याओं से मुक्ति दिला रहा है. यह भी देखें ऑनलाइन सेक्स रैकेट : असिस्टेंट डायरेक्टर पुलिस की गिरफ्त में ओवैसी ने पीएम मोदी पर साधा निशाना