नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज सोमवार दोपहर को बाबा विश्वनाथ के मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद ‘काशी विश्वनाथ कॉरिडोर’ का उद्घाटन कर उसे देश को समर्पित किया. पीएम मोदी ने इस लोकार्पण के बाद कहा कि आतातायियों ने इस नगरी पर कई बार आक्रमण किए, इसे ध्वस्त करने की कोशिशें की. औरंगजेब के जुल्म, उसके आतंक का इतिहास साक्षी है, जिसने सभ्यता को तलवार के बल पर बदलने का प्रयास किया. जिसने संस्कृति को कट्टरता से कुचलने का प्रयास किया, किन्तु इस देश की मिट्टी बाकी दुनिया से कुछ अलग है. पीएम मोदी ने कहा कि यहां यदि औरंगजेब आता है तो शिवाजी भी उठ खड़े होते हैं. यदि कोई सालार मसूद इस तरफ बढ़ता है तो राजा सुहेलदेव जैसे वीर योद्धा उसे हमारी एकता की ताकत का अहसास करा देते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि अंग्रेजों के दौर में भी, काशी के लोगों ने हेस्टिंग का क्या हश्र किया था, ये तो काशी के लोग जानते ही हैं. पीएम मोदी ने कहा कि काशी शब्दों का विषय नहीं है, संवेदनाओं की सृष्टि है. काशी वो है- जहां जागृति ही जीवन है! काशी वो है- जहां मृत्यु भी मंगल है! काशी वो है- जहां सत्य ही संस्कार है! काशी वो है- जहां प्रेम ही परंपरा है. पीएम मोदी ने कहा कि, 'जब मैं बनारस आया था, तब एक विश्वास लेकर आया था, विश्वास अपने से अधिक बनारस के लोगों पर था। आज हिसाब-किताब का वक़्त नहीं है। उस समय कुछ ऐसे लोग भी थे, जो बनारस के लोगों पर संदेह करते थे कि कैसे होगा, नहीं होगा, ये मोदी जी जैसे बहुत आए और चले गए। मुझे काफी आश्चर्य होता था, मगर ये जड़ता बनारस की नहीं थी, वो राजनीति थी। लेकिन काशी तो, काशी है। काशी तो अविनाशी है। काशी में एक ही सरकार है। जिनके हाथों में डमरू है, उनकी सरकार है।' पप्पू यादव ने इस नेता को बताया भविष्य का प्रधानमंत्री Punjab Assembly Elections: अरविंद केजरीवाल के निशाने पर चरणजीत सिंह चन्नी चीन के आक्रमण पर कांग्रेस ने लोकसभा में स्थगन नोटिस दिया