नई दिल्‍ली: विश्व के नंबर 1 वनडे बैट्समैन विराट कोहली आज अपना 32वां जन्‍मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं. 5 नवंबर 1988 को नई दिल्‍ली में जन्‍में कोहली की गिनती आज विश्व के सबसे बेहतरीन बल्‍लेबाजों में होती है. इस मुकाम तक पहुंचने में जितनी मेहनत कोहली ने की है, उतनी ही संघर्ष उनके पिता ने भी किया है. जिन्‍होंने अपने बेटे के सपने को कभी कमजोर पड़ने नहीं दिया. उस वक़्त भी नहीं, जब कोहली को टीम में शामिल करने के लिए उनसे रिश्‍वत तक की मांग की गई थी, उस वक़्त उनके पिता न तो अपने उसूलों से पीछे हटे और न ही अपने बेटे को कमजोर होने दिया. इसी साल मई में स्वयं विराट कोहली ने इस घटना के बारे में बताया था, कोहली ने कहा था कि उनके पिता से रिश्‍वत तक की मांग की गई थी. सुनील छेत्री के साथ एक इंस्‍टाग्राम लाइव में कोहली ने बताया था कि एक वक़्त स्‍टेट क्रिकेट टीम में उन्हें शामिल करने के लिए पिता से पैसे मांगे गए थे. कोहली ने कहा कि उस समय वे अच्‍छा खेल रहे थे. राज्य क्रिकेट में एक बार कोई आगे आया और उनके पिता से कहा कि चयन की तो समस्या नहीं है, लेकिन इसके लिए उन्‍हें कुछ अतिरिक्‍त करना होगा. यानी वे लोग पैसा मांग रहे थे. यह तो समझ में आ गया था कि वह क्‍या मांग रहा है. लेकिन उनके पिता मेहनत करके वकील बने हैं और मेहनत करने वालों को ये भाषा समझ नहीं आती. कोहली ने आगे कहा कि उनके पिता ने कोच को स्पष्ट कर दिया था कि अपने दम पर जो उनका बेटा कर लेगा, वो ही सही है. लेकिन ऐसे नहीं खेलना. कोहली ने बताया कि वह उस वक़्त वे काफी रोए भी, लेकिन पिता ने कहा था वो करो, जो कोई नहीं कर रहा. उनकी यही बात उन्‍होंने हमेशा गांठ बांध ली. विराट कोहली, तमन्ना और अन्य को ई-जुआ प्रचार के लिए मिला नोटिस मात्र 3 वर्ष की उम्र से ही क्रिकेट बनने का सपना देखने लगे थे विराट कभी डोपिंग मामले के अपराधी रह चुका है ये भारतीय क्रिकटर