आप सभी जानते ही हैं कि हर साल मार्च के महीने में होली मनाई जाती है। ऐसे में हिंदू धर्म में होली के पर्व को महत्वपूर्ण माना जाता है और इस पर्व को बहुत ख़ास भी कहा जाता है। यह पर्व रंगों का होता हैं और होली का पर्व देशभर में बड़े ही धूम धाम के साथ मनाया जाता हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि होली का पर्व क्यों मनाया जाता है और यह इस बार यानी साल 2020 में कब है। इसी के साथ शुभ मुहूर्त। जी दरअसल इस साल यानी 2020 में 10 मार्च, दिन मंगलवार को रंगो का महापर्व होली मनाया जाएगा। इसी के साथ 9 मार्च, दिन सोमवार को होलिका दहन किया जाएगा। वहीं होलिका दहन का शुभ मुहूर्त संध्याक काल 6 बजकर 22 मिनट से आठ बजकर 49 मिनट तक हैं। ज्योतिषों के अनुसार भद्रा पुंछा सुबह नौ बजकर 50 मिनट से से 10 बजकर 51 मिनट तक हैं और भद्रा मुखा सुबह दस बजकर 51 मिनट से 12 बजकर 32 मिनट तक हैं। इसी के साथ हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक होलिका दहन की परंपरा भक्त और भगवान के संबंध का एक अनोखा एहसास हैं। वहीं आइए जानते हैं इसकी कथा। कथा - असुरराज हिरण्यकश्यप राजा था। उसका पुत्र प्रहलाद भगवान विष्णु का अनन्य भक्त था। मगर हिरण्यकश्यप विष्णु द्रोही था। हिरण्यकश्यप ने पृथ्वी पर घोषणा कर दी थी कि कोई देवताओं की पूजा नहीं करेगा। केवल उसी की पूजा होगी। मगर भक्त प्रहलाद ने पिता की आज्ञा का पालन ना करते हुए भगवान विष्णु की भक्ति में लीन रहा। हिरण्यकश्यप ने पुत्र प्रहलाद की हत्या कराने की कई बार कोशिश की, मगर वह सफल नहीं हो पाया तो उसने योजना बनाई। यह योजना बनाने के बाद उसने बहन होलिका की सहायता ली। होलिका को वरदान मिला था। वह अग्नि से जलेगी नहीं। वही योजना के अनुसार होलिका प्रहलाद को गोद में लेकर अग्नि में बैठ गई, मगर भगवान ने भक्त प्रहलाद की सहायता की। इस आग में होलिका तो जल गई मगर भक्त प्रहलाद को कुछ नहीं हुआं होलिका में सभी द्वेष भाव और पापों को जलाने का संदेश देते हैं। लगातार तीन दिन तक बैंक रहेंगे बंद, समय पर पूरे कर लें अपने काम होली पर जाना चाहते हैं घर, यात्रियों के लिए इंडियन रेलवे चला रहा है स्पेशल ट्रेन्स बलात्कार के बाद एक्ट्रेस ने गिरवाया था अपना बच्चा, रात को बॉयफ्रेंड निकाल देता था घर से बाहर