मासिक शिवरात्रि हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन आती है, जो भगवान शिव को समर्पित होती है। इस दिन भगवान शिव की पूजा को अत्यंत शुभ और पुण्यदायक माना जाता है। इस बार भाद्रपद माह की कृष्ण चतुर्दशी 1 सितंबर को प्रारंभ हो रही है और 2 सितंबर की सुबह समाप्त हो रही है। इस वजह से लोगों में असमंजस है कि मासिक शिवरात्रि 1 सितंबर को मनाई जाए या 2 सितंबर को। आइए पंडित जी से जानते हैं कि मासिक शिवरात्रि की सही तिथि क्या है: मासिक शिवरात्रि कब है? मासिक शिवरात्रि का व्रत 1 सितंबर को रखा जाएगा और उसी दिन पूजा-अर्चना की जाएगी। भाद्रपद माह की कृष्ण चतुर्दशी तिथि 1 सितंबर को प्रातः 3 बजकर 40 मिनट पर शुरू होगी, जो 2 सितंबर को सुबह 5 बजकर 21 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, मासिक शिवरात्रि 1 सितंबर को मनाई जाएगी। दृक पंचांग के अनुसार, अभिजित मुहूर्त 11:55 AM से 12:46 PM तक और गोधूलि मुहूर्त 6:42 PM से 7:05 PM तक रहेगा। ये दोनों ही मुहूर्त पूजा-पाठ के लिए शुभ माने जाते हैं। मासिक शिवरात्रि पर शिव-पूजन की विधि अपने जीवन के सभी कष्टों को दूर करने के लिए सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें तथा महादेव की विधिपूर्वक पूजा करें। भगवान शिव का दूध, दही, शहद, घी और गन्ने के रस से अभिषेक करें। इसके बाद शिवलिंग पर सफेद चंदन, सफेद फूल, काला तिल, सफेद चावल, एवं बेलपत्र चढ़ाएं। फिर घी का दीपक जलाकर महादेव की आरती करें तथा शिव चालीसा का पाठ करें। इस पाठ को करने से जीवन में आने वाली सभी समस्याएं एवं दुख दूर होते हैं। व्रत का महत्व इस व्रत के पुण्य-प्रताप से विवाहित महिलाओं को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है तथा अविवाहित लड़कियों के शीघ्र विवाह के योग बनते हैं। धार्मिक मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि पर महादेव की पूजा करने से व्रती को पृथ्वी लोक पर सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। महाभारत की वो 5 प्रेम कहानियां, जिन्होंने बदल दिया पूरा इतिहास जानिए किस उंगली में चांदी की अंगूठी पहनना है शुभ? बेहद शुभ है घर में ये पौधा लगाना, बनी रहेगी माँ लक्ष्मी की कृपा