बस्ती: गुरुवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुए मुठभेड़ की चर्चा पूरे देश में हो रही है. इस घटना के दौरान आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए और कई घायल हो गए. वही ठीक इसी तरह कि घटना चार महीने पहले बस्ती जिले में हो चुकी है. बता दे यह बात छह दिसंबर 2019 की है, जब मास्टर माइंड फिरोज पठान ने अपने साथियों के साथ मिलकर बस्ती जिले में आईसीआईसीआई बैंक को लूटा था. इस घटना के बाद से ही पुलिस लगातार इसकी तलाश कर रही थी. इसी बीच 24 फरवरी 2020 को मुखबीर की सूचना पर एसटीएफ व बस्ती पुलिस ने एनकाउंटर में फिरोज को मार दिया था. वही इसी बीच महादेवा और लालगंज कि ओर एक बाइक पर सवार दो संदिग्ध पुलिस जाते दिखे, पुलिस टीम ने उन्हें रोकने का प्रयत्न किया तो वो भागने लगे, पुलिस टीम पीछा करते हुए सुहेला गांव के पास पहुंची, इस दौरान पीछे बैठा युवक बाइक से गिर गया, इस बीच मोके का फायदा देख बाइक चालक वह से भाग निकला. बाइक से गिरने के बाद युवक ने पुलिस टीम पर फायरिंग करना शुरू कर दिया. तत्पश्चात पुलिस टीम ने भी फायरिंग शुरू कर दी, जिससे युवक को तीन गोलियां लगी. इस बीच एसटीएफ का एक सिपाही भी घायल हो गया था. घायल युवक के जेब से मिले डीएल से उसकी पहचान फिरोज उर्फ इरफान पठान के तौर पर, जो आईसीआईसीआई बैंक लूट कांड का मास्टर माइंड था. उसके पास से एक कार्बाइन, 315 बोर का कट्टा, एक पिस्टल बरामद हुआ था. पुलिस ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बता दें कि पठान पर गोरखपुर से एक लाख और प्रयागराज रेंज से 50 हजार का इनाम था. COVAXIN को लेकर संशय में सरकार, क्या 15 अगस्त को लांच हो पाएगी वैक्सीन ? कानपुर शूटआउट: यूपी सरकार पर शिवसेना का वार, कहा- कहीं नेपाल का 'दाउद' ना बन बैठे विकास दुबे सावन सोमवार: शहडोल के 1200 साल पुराने शिव मंदिर में भक्तों का लगा तांता