जयपुर: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत केरल के कोच्चि से शुक्रवार को महाराष्ट्र के शिरडी पहुंचे। यहां उन्होंने साईबाबा के दर्शन किए तथा आशीर्वाद लिया। तत्पश्चात, मीडिया से चर्चा में कांग्रेस अध्यक्ष के दावेदार होने के हालात में सीएम पद छोड़ने की चर्चाओं पर खुलकर चर्चा की। गहलोत ने कहा कि जब तक हाईकमान से आदेश नहीं मिलेगा, तब तक मैं कैसे कुछ बोल सकता था। लेकिन मेरी चुप्पी का गलत मतलब निकाला जाने लगा। उन्होंने कहा कि आज साईबाबा का आशीर्वाद लिया है। सभी मित्रों से बात कर आगे की रणनीति तय करेंगे। एक व्यक्ति दो पद के मुद्दे पर गहलोत ने साफ़ किया कि ये अनावश्यक बहस छिड़ी है। मीडिया में पहले आ रहा था कि मैं सीएम पद नहीं छोड़ना चाहता हूं, जब तक कोई कहे नहीं कि मुझे कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए खड़ा होना है, तब तक कोई क्या बोलेगा। साइलेंट रहा। मीडिया ने मायने लगाए कि मैं सीएम पद नहीं छोड़ना चाहता। मैंने ये अवश्य कहा तथा आज भी बोलता हूं- फॉर्म भरने के बाद भी कहूंगा कि मैं राजस्थान से आता हूं और वहां की सेवा जिंदगीभर करता रहूंगा। ये बोलने में क्या हर्ज है। उसके लोग अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं। मीडिया इंटरपीट करती है। गहलोत ने साई दर्शन के पश्चात् कहा कि सभी देशवासी भाईचारे से रहें। हिंसा ना हो। सभी परेशानी से जनता को छुटकारा मिले, यही प्रार्थना आज की है। आगे गहलोत ने कहा कि राहुल गांधीजी की यात्रा का मकसद भी यही है। साथ में बेरोजगारी, महंगाई ये बड़े कारण है।उन्होंने कहा कि डेमोक्रेसी में कई बार उतार-चढ़ाव आते हैं। अभी जो स्थिति बनी हैं, उससे हम लोग वाकिब हैं। फिर से हम लोगों का दिल जीतेंगे। हमें आशा है कि देश के हित के भीतर कांग्रेस की पॉलिसी, प्रोग्राम प्रिंसिपल है, वो संविधान के अनुकूल है। आज संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं। आज डेमोक्रेसी समाप्त हुई है। एजेंसियों का मिस यूज हो रहा है। ED, CBI, ज्यूडिशियरी पर दबाव है। मैं चाहता हूं कि देश को इन बातों से छुटकारा मिले। देश में सभी जाति-धर्म के लोग प्यार से रहें। भाईचारे से रहें। सीएम योगी के पदचिन्हों पर हरियाणा की खट्टर सरकार, गैंगस्टर की अवैध कोठी पर चला बुलडोज़र 'लालू के साथ मिलकर कुर्सी बचाने के अलावा क्या काम किया है, हिसाब दो', CM नीतीश पर बरसे अमित शाह AAP के 5 नेताओं पर LG सक्सेना ने ठोंका मानहानि का मुकदमा, झूठे आरोप लगाने का मामला