ग्लूटेन एक किस्म का संरचनात्मक प्रोटीन होता है, जो कुछ अनाजों में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है। यह आमतौर पर गेहूं, जौ, राई, जैसे अनाज में पाया जाता है। इसके अलावा ब्रेड, नूडल्स, पास्ता, बिस्कुट में भी ग्लूटेन पाया जाता है। यह प्रोटीन शरीर में खाने को एक साथ बनाए रखने में मदद करता है। ऐसे तो यह सेहत के लिए हानिकारक नहीं होता है, लेकिन अगर आपको ग्लूटेन से एलर्जी है तो इससे युक्त पदार्थो के सेवन से आपको काफी गंभीर समस्याएं हो सकती है। कई मामलों में लोगों को पता ही नहीं होता है कि उन्हें ग्लूटेन से एलर्जी है। ऐसे में उन्हें पाचन की समस्या हमेशा बनी रहती है। अगर आप भी ग्लूटेन से एलर्जिक है तो घबराइए नहीं, इस आर्टिकल में आप पड़ेंगे की आपको खाने में किस चीज़ का परहेज करना है और अपने आहार में क्या शामिल करना है। लेकिन पहले जानते है की इसके अधिक सेवन से शरीर में क्या समस्याएं होती है। तो ग्लूटेन के सेवन से सबसे ज्यादा खतरा ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का होता है। ग्लूटेन से रक्त गाड़ा होने का खतरा रहता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर होने का खतरा रहता है। इसके अलावा इससे टाइप 1 डायबिटीज़ होने का खतरा भी बढ़ सकता है। इससे शरीर में सीलिएक रोग भी हो सकता है। सीलिएक रोग में आमतौर पर ग्लूटेन के सेवन से आंतों में सूजन हो जाती है। इसके अलावा इससे एनीमिया, न्यूरोलॉजिकल समस्या और त्वचा से सम्बंधित बीमारियां हो सकती है। वहीं इसकी वजह से होने वाली सबसे आम समस्याओं में मोटापा और कब्ज़ भी शामिल है। कैसे पहचाने की आप हो ग्लूटेन एलर्जिक के शिकार? ग्लूटेन एलर्जिक होने पर अधिकतम समस्याएं पेट से समन्धित होती है। जैसी की पेट दर्द होना, पेट में सूजन होना, पाचन खराब होना, गैस और पेट में ऐंठन महसूस करना, घबराहट और थकान का मेहसूस होना। इसके अलावा कई मामलो में लोगो को त्वचा पर लाल चकत्ते और एनीमिया भी हो जाता है। ग्लूटेन एलर्जिक होने में क्या परहेज करे? 1. प्राकृतिक रूप से ग्लूटेन पाए जाने वाले अनाज जिन अनाज में प्राकृतिक रूप से ग्लूटेन पाया जाता है उससे परहेज करे, जैसे की गेहूँ, जौ, राई, ट्रिटिकल और कूसकूस। 2. ब्रेड, क्रैकर और रैप्स बहुत से ब्रेड, क्रैकर और रैप्स को बनाते समय उसमे ग्लूटेन का उपयोग किया जाता है, इसलिए उनका भी परहेज करना चाहिए। जैसे की वाइट ब्रेड, साबुत गेहूँ की ब्रेड, आलू और राई की ब्रेड, यीस्ट से बानी ब्रेड जैसे पिज़्ज़ा और आटा के टॉर्टिला। 3. मसाले जैसे सोया सॉस, क्रीम सॉस, माल्ट सिरका और केचप। 4. बेक्ड अनाज जैसे की केक, कुकीज़, पेस्ट्री, मफिन और पैनकेक। इसके अलावा पास्ता, मोमोस और बियर का भी ग्लूटेन एलर्जिक के लोगों को सेवन नहीं करना चाहिए। ग्लूटेन एलर्जिक होने पर खाइये यह अनाज अगर आपको ग्लूटेन एलर्जी है तो आप अपने रोज़ के आहार में गेहूं की जगह चावल, बाजरा, ज्वार, रागी और मक्का शामिल कर सकते है। इसके अलावा ताजे फल और सब्जियों के सेवन से पाचन सही रहता है। स्नैक्स में आप मेवे ले सकते है इसके अलावा आप अपने दैनिक आहार में बीन्स, दालें और अगर आप नॉन वेज हो तो मछली और अंडे का भी सेवन कर सकते है।