वाॅशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासक मंडल ने शुक्रवार को व्हाईट हाउस में एक प्रेस काॅन्फ्रेंस रखी थी लेकिन इन प्रेस काॅन्फ्रेंस में बीबीसी और सीएनएन जैसे प्रमुख मीडिया संस्थानों को शामिल नहीं किया गया। दरअसल इन संस्थानों पर ट्रम्प ने गलत समाचार प्रसारित करने का आरोप लगाया था। डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन द्वारा मीडिया संस्थान पर गलत समाचार और फ्राॅड समाचार आदि के कमेंट किए गए थे। दरअसल मीडिया को जानकारी देने के दौरान कुछ संस्थानों को अंदर जाने दिया गया जबकि कुछ संस्थानों को शामिल नहीं किया गया है। जब ब्रीफिंग हुई तो उसमें राॅयटर्स, ब्लूमबर्ग और सीबीसी सहित 10 मीडिया संस्थानों को शामिल किया गया, जबकि सीएनएन जैसे मीडिया संस्थान प्रतिबंधित किए गए थे। प्रेस सेक्रेटरी स्पाइसर द्वारा कहा गया कि उनकी टीम ने व्हाइट हाउस के ब्रीफिंग रूम के स्थान पर उनके कार्यालय में ब्रीफिंग करने का निर्णय किया। उनका यह भी कहना था कि वे मीडिया को लेकर जवाबदार हैं वे चाहते हैं कि उनके प्रश्नों का जवाब उन्हें मिले, लेकिन मुझे ये नहीं लगता कि हर रोज हर सवाल का जवाब दिया जाना चाहिए। मिली जानकारी के अनुसार कंजर्वेटिव पाॅलिटिकल एक्शन कांग्रेस में डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया की आलोचना की। गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप को लेकर न्यूयाॅर्क टाईम्स ने महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की स्टोरी का प्रकाशन किया था। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि यह समाचार समूह माफी मांग ले। उनके प्रचार का जिम्मा संभाल रहे लोगों ने कहा था कि डोनाल्ड ट्रंप के कैंपेन को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है। बाद में जब ट्रंप राष्ट्रपति बने तो उन्होंने ट्विट कर न्यूयाॅर्क टाईम्स और वाॅशिंगटन पोस्ट को लेकर आरोप लगाए थे। उन्होंने ट्विट किया था कि समाचार पत्र उन्हें लेकर गलत रिपोर्ट प्रदान कर रहे हैं। ट्रंप ने ट्विट में लिखा कि द फेक न्यूज़ मीडिया मेरा ही नहीं अमेरिकी लोगों का दुश्मन है। परमाणु क्षमता के मसले पर अमेरिका को टाॅप पर रहना होगा अमेरिका की 5 बड़ी कंपनिया भारत सहित यहाँ होगी शिफ्ट, हजारो लोग होंगे बेरोजगार फेक न्यूज़ का बढ़ गया है कारोबार