WHO ने फिर दिया चौकाने वाला बयान, कहा- गोश्त, मास अच्छी तरह पकाने से नहीं होता बर्ड फ्लू

कोविड-19 वायरस महामारी से अभी राहत मिली नहीं थी कि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के केस भी बढ़ रहे हैं। इसी दौरान खबर है कि अब देश में तेजी से बर्ड फ्लू भी फैलता जा रहा है। तेजी से फैल रहे इस फीवर को एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (H5N1) के नाम से जाता है लेकिन सरल भाषा में इसे बर्ड फ्लू भी कहा जाता है। देश के अलग राज्यों को अलर्ट जारी किया जा चुका है और जिसकी रोकथाम की तैयारियां की जा रही हैं।

अब तक देश के 5 राज्य बर्ड फ्लू की चपेट में हैं। इनमें हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, केरल शामिल हैं। आशंका है कि इन पांच राज्यों के अतिरिक्त भी कुछ और राज्य बर्ड फ्लू की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में क्या आप भी बर्ड फ्लू के संक्रमण से सुरक्षित रह पाएंगे हैं या इन दिनों मांस और अंडे का सेवन घातक हो सकता है? 

​कैस फैलता है H5N1 वायरस: जंहा शोधकर्ताओं का कहना है कि एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस (H5N1) जंगली पक्षी में पाया जाता लेकिन वे इससे बीमार होने की कोई भी संभावना है। हालांकि, वे इस वायरस से मुर्गी, बत्तख, कौवे, कबूतर, मोर जैसे और भी पक्षियों को संक्रमित कर जाते है। अब तक इस  संक्रमण से देश के तमाम राज्यों में पिछले 10 दिनों में लाखों पक्षियों की जान जा चुकी है। केरल में बीते कुछ दिनों में 12,000 बत्तखों की  जान गई है, इसके उपरांत कर्नाटक और तमिलनाडु सावधानी बरत रहे हैं। वहीं हिमाचल में भी हजारों पक्षी मृत मिले हैं, जिसके उपरांत जम्मू-कश्मीर और हरियाणा ने अपने-अपने राज्य में सैंपलों की कार्रवाई करनी शुरू कर दी है।

रोकथाम के लिए उठाए गए कदम:- -आमतौर पर H5N1 पक्षियों में पाया जाता है लिहाजा जो लोग मीट की सप्लाई करते हैं उन्हें ध्यान देना होगा कि फूड चेन में कोई भी ऐसा पक्षी न आए जो संक्रमित हो। -सरकारी निर्देशों में पोल्ट्री फूड प्रोडक्ट्स की बिक्री को बैन कर दिया गया है और इनके सेवन पर रोक लगाई गई है। यदि आप कोई भी पोल्ट्री प्रोडक्ट का सेवन कर रहे हैं, तो उसे 70 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक आंच पर जरूर पकाएं। -कच्चे और पके हुए मीट को अलग चाकू और बर्तनों का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। -कच्चे या उबले अंडों को खाने से दूर रखें

​WHO ने दी थी सलाह: वायरस को लेकर वर्ष 2005 में (WHO) विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सुझाव दिया था कि अगर आप चिकन, मीट, अंडा अच्छी तरह पका कर खाएं, तो ऐसे में H5N1 वायरस का कोई खतरा नहीं रहता है। WHO के अनुसार कम से कम 70 डिग्री सेल्सियस तापमान में अंडा या चिकन पकाना चाहिए। वहीं एक्सपर्ट्स का बोलना है कि अगर वायरस से संक्रमित पक्षियों के झुंड के द्वारा फूड चेन में प्रवेश कर चुका है, तो लोगों को चिकन और अंडे खाने के बाद घातक बर्ड फ्लू अपनी चपेट में ले सकता है। इसलिए चिकन, अंडा सही तरीके से पका कर खाएं, कच्चापन ना रहने दें। ऐसे में किसी को खतरा नहीं होगा। एम्स के एफएक्यूस (FAQs) के अनुसार बर्ड फ्लू का को मानवजाति को संक्रमित नहीं करता था लेकिन 1997 से इंसानों में इस वायरस से वायरस के कई लोग बीमार हुए थे।

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