जेनेवा: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बीच सभी को वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार है. अब इसकी राह बहुत हद तक साफ हो चुकी है. इस बीच बहस यह भी है कि कोविड-19 वैक्सीन सबसे पहले किसे दी जाएगी. हर देश ने इसके वितरण को लेकर एक रोडमैप तैयार किया है. इसी बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी जानकारी दी है कि किसे सबसे पहले वैक्सीन मिलनी चाहिए. WHO के प्रमुख टैड्रॉस ऐडनेहॉम घेबरेयेसस ने कहा है कि सबसे पहले फ्रंट लाइन पर कार्य करने वाले चिकित्सा कर्मियों को यह वैक्सीन दी जानी चाहिए. टैड्रॉस ऐडनेहॉम घेबरेयेसस ने कहा कि हेल्थ वर्कर्स के बाद इसे उन लोगों को दी जानी चाहिए जो मरीज सबसे अधिक खतरे वाले हालात में हैं. उन्‍होंने ये भी कहा कि हर देश को इस वैक्‍सीन को लेकर अपने यहां पर प्राथमिकता निर्धारित करनी चाहिए. WHO चीफ का कहना है कि वैक्‍सीन अब देशों को उपलब्ध करवाए जाने शुरुआती दौर में है. हालांकि उन्‍होंने वैक्‍सीन की रखरखाव को लेकर भी चिंता प्रकट की है. उनका कहना है कि सरकारों को इन वैक्‍सीन को सुरक्षित बनाए रखने के उपाय करने होंगे. उनके अनुसार, WHO इस बात पर नज़र रखे हुए है कि ठीक होने वाले मरीजों में एंटीबॉडीज आखिर कितने समय तक शरीर में कायम रहती है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्विटर पर सभी को किया अनफॉलो पूर्व अमेरिकी वायु सेना अधिकारी चक येगर का निधन लंदन में 90 वर्षीय महिला को लगी पूर्ण विकसित 'कोरोना वैक्सीन'