कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने दूसरा गोल्ड और ओवऑल 5वां मेडल भी अपने नाम कर लिया है। वेटलिफ्टर जेरेमी लालरिनुंगा ने बीच मुकाबले के बीच चोटिल होने के बाद भी हार नहीं मानी तथा मेंस 67 KG कैटेगरी में सुनहरी सफलता अपने नाम कर ली है। उन्होंने स्नैच में 140 एवं क्लीन एंड जर्क में 160 KG वेट उठाया। इस प्रकार उन्होंने कुल 300 KGवेट उठाया तथा स्वर्ण पदक जीत लिया है। समोआ के वाइवापा आइओने (293 KG) ने सिल्वर जीत लिया था। वही अब कई लोग ये जानना छह रहे है कि जेरेमी लालरिनुंगा कौन है तो आइये हम आपको बताते है... जेरेमी लालरिनुंगा (Jeremy Lalrinnunga) आइजोल , मिजोरम (Mizoram) से आने वाले एक भारतीय भारोत्तोलक (Weightlifter) हैं। उन्होंने ब्यूनस आयर्स में 2018 ग्रीष्मकालीन युवा ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया तथा लड़कों के 62 किग्रा वर्ग भारोत्तोलन में गोल्ड मेडल हासिल किया। इस प्रकार वह युवा ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय बने। जेरेमी ने भारत के लिए एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप 2018 में रजत पदक जीता है। जेरेमी लालरिनुंगा ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में मेंस 67 किलोग्राम कैटेगरी में कुल 300 किलो का वजन उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। 26 अक्टूबर 2002 को मिजोरम के आईजोल में जन्में जेरेमी भारत के सबसे होनहार युवा खिलाड़ियों में आते हैं। उनके पिता का नाम लालमैथुआवा हैं जो एक पूर्व मुक्केबाज हैं। वही 6 वर्ष की आयु में, उन्होंने अपने पिता के मार्गदर्शन में एक मुक्केबाज के तौर पर अपना प्रशिक्षण आरम्भ कर दिया था। बाद में उन्होंने भारोत्तोलन (Weightlifting) में अभ्यास करना आरम्भ किया। सिर्फ 10 वर्ष की आयु में उन्होंने वजन उठाना आरम्भ कर दिया था। जेरेमी ने कोच विजय शर्मा से प्रशिक्षण लिया तथा बाद में उन्होंने पुणे के आर्मी स्पोर्ट्स इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग लेनी आरम्भ कर दी थी। 2016 में, उन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना आरम्भ किया। अंतिम साँस तक देश की रखवाली करता रहा कुत्ता, शहादत से पहले आतंकियों के साथ मुठभेड़ में निभाया अहम् किरदार राजनीतिक वंशवाद से लड़ना हमारी सबसे बड़ी चुनौती: BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा खाई में गिरा उत्तरकाशी से जा रहा बोलेरो वाहन, 2 लोगों की मौत