वाशिंगटन: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शुक्रवार को कहा है कि चाहे चीन के वुहान शहर में मांसाहारी वस्तुओं के बाजार की नोवेल कोरोना वायरस के उत्पन्न होने में बड़ी भूमिका रही हो, फिर भी वह विश्वभर में ऐसे बाजारों पर प्रतिबन्ध लगाने की सिफारिश नहीं करता है। एक प्रेस ब्रीफिंग में WHO के खाद्य सुरक्षा एवं पशु रोग विशेषज्ञ पीटर बेन एम्बारेक ने कहा कि मांसाहारी वस्तुओं के बाजार से पूरी दुनिया के करोड़ों लोगों को भोजन और आजीविका मिलती है और अधिकारियों को उन्हें बंद करने की जगह उनमें सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, भले ही कई बार उनसे मनुष्यों में महामारियां फैलने का डर रहता है। बेन एम्बारेक ने कहा कि इस माहौल में खाद्य सुरक्षा कठिन है और इसलिए कई बार मार्केट में इस तरह की चीजें हमें देखने को मिलती हैं। उन्होंने कहा कि अक्सर भीड़भाड़ वाले इन बाजारों में पशुओं से इंसानों तक बीमारी को फैलने के खतरे को कई तरीकों से कम किया जा सकता है, जिनमें साफ-सफाई और खाद्य सुरक्षा के मानकों में सुधार करना और जिंदा पशुओं को मनुष्यों से अलग करना शामिल है। उन्होंने कहा कि अभी यह साफ़ नहीं हुआ है कि क्या वुहान के बाजार से चीन में कोरोना वायरस के शुरुआती केस सामने आए और क्या वह उसका असल स्रोत है या उसने सिर्फ इस बीमारी को और फैलाने में भूमिका निभाई है। बेन एम्बारेक ने कहा कि चीन में उस पशु के स्रोत का पता लगाने के लिए जांच जारी है, जिससे कोरोना वायरस इंसानों में फैला। अमेरिका के उपराष्ट्रपति की प्रेस सचिव निकली कोरोना पॉजिटिव, व्हाइट हाउस में हड़कंप लायल जेफ़ और वारेन जेफ़ के काले कारनामे, बिशप से कैसे पहुंचे जेल कोरोना मरीजों के लिए लॉन्च हुई डिस्‍चार्ज पॉलिसी, बिना जांच के अस्पताल से मिलेगी छुट्टी