वाशिंगटन: कोरोना वायरस को मात देने में भारत सहित सभी देशों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भारत में अभी तक कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन की स्‍टेज नहीं आई है। इस बीच विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) के डायरेक्टर डॉ. माइकल जे रायन ने कहा है कि कोरोना वायरस (COVID19) का भविष्य में कैसा प्रभाव रहेगा यह भारत जैसी बड़ी आबादी वाले देशों की कार्रवाई पर तय होगा। उन्होंने कहा कि, 'चीन की तरह भारत बहुत बड़ी आबादी वाला देश है। कोरोना वायरस के दूरगामी परिणाम इस बात पर निर्भर करेंगे कि बड़ी आबादी वाले देश इसके सम्बन्ध में क्या कदम उठाते हैं। यह बहुत आवश्यक है कि भारत जनस्वास्थ्य के स्तर पर कड़े और गंभीर फैसले अपनी लोगों के लिए लेना जारी रखे।' रायन ने कहा कि भारत ने दो मूक हत्यारों- स्मॉल पॉक्स और पोलियो के उन्मूलन में विश्व का नेतृत्व किया। भारत में जबरदस्त क्षमता है, तमाम देशों में जबरदस्त क्षमता है। जब समुदायों और समाजों को एकजुट किया जाता है, तो कोई भी लक्ष्‍य हासिल किया जा सकता है। बता दें कि भारत ने पोलियो से लंबी लड़ाई लड़ी और कुछ वर्ष पूर्व ही भारत पोलिया मुक्‍त हो गया है। आपको बता दें कि भारत में अभी कोरोना वायरस के 471 मामले दर्ज किए गए हैं। भारत में अभी यह महामारी केवल दूसरे चरण तक पहुंची है। अब भारत की यह कोशिश है कि यह तीसरे चरण यानि कम्‍युनिटी ट्रांसमिशन (जहां पता ही नहीं चलता कि वायरस किसकी वजह से किसी शख्‍स में आया) तक नहीं पहुंच सके। कोरोना की मार के बाद संभला बाज़ार, सेंसेक्स में 683 अंकों की बढ़त संयुक्त राष्ट्र का बड़ा एलान, कहा- 'पूरी दुनिया में युद्ध रोके जाएं, कोविड-19 से मिलकर मुकाबला करें' कोरोना की मार से शेयर बाजार भी रोया, निवेशकों के 10 लाख करोड़ रुपये डूबे