बैंगलोर: देश के कई शहरों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के दफ्तरों को बम से उड़ाने की धमकी के बाद अलर्ट जारी कर दिया गया है। लखनऊ स्थित संघ दफ्तर को निशाना बनाने की धमकी भी मिली है। सोमवार (6 जून, 2022) को रात 8 बजे व्हाट्सएप्प के जरिए ये सन्देश भेजा गया था। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित मड़ियाँव थाने की पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर के मामले की छानबीन शुरू कर दी है। साइबर सेल मैसेज भेजने वालों को ट्रेस कर रही है। व्हाट्सएप्प पर ‘अल अंसारी इमाम रजी उन मेंहदी’ नामक एक व्हाट्सएप्प ग्रुप में कन्नड़, अंग्रेजी और हिंदी में सन्देश भेज कर लखनऊ के 2 और कर्नाटक के 4 RSS कार्यालयों में बम ब्लास्ट की धमकी दी गई है। बताया जा रहा है कि एक RSS कार्यकर्ता इन्वाइट लिंक के माध्यम से उस ग्रुप से जुड़ गया, जहाँ उसे धमकी वाली बात दिखी। कई ग्रुप्स में इस आतंकी ग्रुप के इन्वाइट लिंक साझा किए गए थे। इसी दौरान RSS के कार्यकर्ता ने उसे खोला और उसमें शामिल हो गया। जब उक्त कार्यकर्ता ने वहाँ धमकियों वाली पोस्ट्स देखी, तो अवध प्रान्त के एक पदाधिकारी को इस बारे में सूचित किया। इसके बाद RSS के बड़े पदाधिकारियों को इसकी सूचना मिली और पुलिस के उच्च अधिकारियों के साथ इस जानकारी को साझा किया गया। अवध प्रांत के घोष प्रमुख, प्रोफेसर नीलकंठ तिवारी की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई। IPC की धारा-507 और IT एक्ट की धारा-66 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस संबंध में साइबर क्राइम ब्रांच की सहायता ली जा रही है। साथ ही RSS कार्यालयों के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। लखनऊ के साथ ही उन्नाव स्थित संघ दफ्तर को भी उड़ाने की धमकी मिली है। पुलिस ने जाँच के दौरान लखनऊ के अलीगंज सेक्टर क्यू के सरस्वती विद्या मंदिर का भी दौरा किया। इंस्पेक्टर का कहना है कि किसी संगठन को धमकी नहीं दी गई है। प्रभारी निरीक्षक मड़ियाँव अनिल कुमार ने कहा कि ये हरकत किसी किसी शरारती तत्व द्वारा परेशान करने के लिए की गई हो सकती है। बिना मान्यता वाले 22 प्राइमरी स्कूलों को क्यों भेजा गया बंद करने का फरमान ? 2000 करोड़ का घोटाला और कोरोना संक्रमित सोनिया गांधी, कैसे पूछताछ करेगी ED ? कानपुर हिंसा: अब तक 50 गिरफ्तार, दंगे भड़काने के लिए जफ़र हयात ने छपवाए थे पोस्टर