टीपू सुल्तान का जन्म 20 नवम्बर 1750 को कर्नाटक के देवनाहल्ली बंगलौर में हुआ था. टीपू का पूरा नाम सुल्तान फतेह अली खान शाहाब था. टीपू के पिता का नाम हैदर अली और माता का नाम फ़क़रुन्निसा था. उनके पिता हैदर अली मैसूर साम्राज्य के सैनापति थे जो अपनी ताकत से 1761 में मैसूर साम्राज्य के शासक बने. टीपू को मैसूर के शेर के रूप में जाना जाता है. योग्य शासक के अलावा टीपू एक विद्वान, कुशल, सैनापति और कवि भी थे. 18 वीं शताब्दी के अन्तिम चरण में हैदर अली का देहावसान एवं टीपू सुल्तान का राज्याभिषेक मैसूर कि एक प्रमुख घटना है टीपू सुल्तान के आगमन के साथ ही अंग्रेजों कि साम्राज्यवादी नीति पर जबरजस्त आघात पहुँचा. कुछ घटनाओं और दस्तावेजों के आधार पर कहा जा सकता है कि टीपू सुल्तान कट्टर मुस्लिम था. लेखक विलियम लोगान ने अपनी किताब 'मालाबार मैनुअल' में टीपू की क्रूरता के बारे में लिखा है कि किस तरह उसने अपनी सेना के साथ लोगों पर अत्याचार किए. 4 मई 1799 को 48 वर्ष की आयु में कर्नाटक के श्रीरंगपट्टना में टीपू को धोके से अंग्रेजों द्वारा क़त्ल किया गया. टीपू अपनी आखिरी साँस तक अंग्रेजो से लड़ते लड़ते शहीद हो गया. उनकी तलवार अंगरेज़ अपने साथ ब्रिटेन ले गए. टीपू की मृत्यू के बाद सारा राज्य अंग्रेज़ों के हाथों में आ गया. ग्वालियर में प्रदूषण स्तर कम हुआ जनता और कार्यकर्त्ता की आँख में धूल झोंकते कमलनाथ-शिवराज का वीडियों वाइरल