भोपाल: विधानसभा चुनावों में पार्टी की करारी शिकस्त के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने मंगलवार को दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की। एक सूत्र ने जानकारी दी है कि दिल्ली में मंगलवार को शाम साढ़े सात बजे खरगे के आवास पर एक मीटिंग हुई। इस मीटिंग में कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल भी उपस्थित रहे। सूत्र का कहना है कि बैठक के बाद हाईकमान ने राज्य में नए अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए कमलनाथ को दिशानिर्देश दिए हैं। इससे पहले पूर्व सीएम कमलनाथ ने भोपाल स्थित पार्टी दफ्तर में जीतने वाले नवनिर्वाचित विधायकों और हारने वाले कांग्रेस प्रत्याशियों के साथ एक मीटिंग की थी। उस बैठक में कमलनाथ ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कहा था कि विधानसभा चुनावों में हार से निराश होने की आवश्यकता नहीं है। सभी को लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर फोकस करने की जरूरत है। अब हमें केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए 4 माह बाद होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए पूरे दिल और लगन से काम करने में लग जाना चाहिए। कमलनाथ ने कांग्रेस विधायकों और प्रत्याशियों का मनोबल बढ़ाते हुए इमरजेंसी के बाद 1977 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी शिकस्त की घटना की याद दिलाई। कमलनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि 1977 के लोकसभा चुनाव में इंदिरा गांधी और संजय गांधी जैसे दिग्गजों को भी पराजय झेलनी पड़ी थी, मगर बाद में पार्टी ने जबरदस्त वापसी की। कांग्रेस ने तीन साल बाद 1980 में लोकसभा में 300 से ज्यादा सीटें जीती थीं। फिर इंदिरा गांधी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता पर आसीन हुई थीं। कमलनाथ ने कहा कि भले ही हम यह चुनाव हार चुके हैं, मगर हमें इसको भूलकर 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की जीत के लिए ईमानदारी से काम में लग जाना चाहिए। कमलनाथ ने पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों और पराजित प्रत्याशियों से 10 दिनों में हार के कारणों पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने यह भी ऐलान किया था कि लोकसभा चुनाव से पहले वह पूरे मध्य प्रदेश की यात्रा करेंगे। कांग्रेस विधायकों और उम्मीदवारों के साथ मीटिंग करने के बाद कमलनाथ दिल्ली पहुंचे थे। वे दिल्ली में पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मिले। एक सूत्र ने बताया है कि, इसी मीटिंग में हाईकमान ने मध्य प्रदेश में नए अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए कमलनाथ को निर्देश दिए हैं।यह घटना क्रम ऐसे वक्त में सामने आया है जब पार्टी में हार के कारणों पर चर्चा चल रही है। पहले भी सूत्रों के हवाले से रिपोर्टें आई थीं कि कांग्रेस आलाकमान राज्य में पार्टी के प्रदर्शन से नाराज़ है। कांग्रेस आलाकमान कमलनाथ से त्यागपत्र इले सकता है। अब सूत्रों ने उन रिपोर्टों पर मुहर लगाने का कार्य किया है। हालांकि पार्टी द्वारा अभी तक कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। जल्द ही एयर कनेक्टिविटी से जुड़ेगी मध्य प्रदेश की ये धार्मिक नगरी, केंद्रीय उड्डयन मंत्री सिंधिया ने दिया आश्वासन मध्य प्रदेश के जोबट गाँव को पहली बार मिली रेल कनेक्टिविटी, सांसद ने ग्रामीणों के लिए ख़रीदे 100 टिकट तीनों राज्यों में चुनाव जीतने वाले भाजपा सांसदों और मंत्रियों ने पद से दिया इस्तीफा, CM पोस्ट को लेकर और बढ़ा सस्पेंस !