जी 20 सम्मेलन के लिए इटली गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई को लेकर एक बार फिर से एक बड़ा बयान दे डाला है। जी दरअसल PM ने एक महत्वकांक्षी ऐलान करते हुए यह कहा है कि, 'अब अगले साल से भारत विश्व के लिए पांच बिलियन वैक्सीन डोज का उत्पादन करेगा।' जी हाँ, उन्होंने कहा, 'अब इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए ये जरूरी हो जाता है कि समय रहते दूसरे देश भारत की वैक्सीन को मान्यता दें और कम समय में अप्रूवल सर्टिफिकेट मिले।' इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा है कि, 'आर्थिक रिकवरी के लिए अंतरराष्ट्रीय आवाजाही बढ़ाना आवश्यक है। इसके लिए हमें अलग-अलग देशों के वैक्सीन सर्टिफिकेट्स की परस्पर मान्यता सुनिश्चित करनी ही होगी। मैं आज जी-20 के इस मंच पर, आप सभी को ये बताना चाहता हूं कि भारत की तैयारी, अगले वर्ष विश्व के लिए 5 billion vaccine doses से भी अधिक के उत्पादन की है। भारत के इस कमिटमेंट से कोरोना के वैश्विक संक्रमण को रोकने में बहुत बड़ी मदद मिलेगी। इसलिए, ये आवश्यक है कि WHO द्वारा भारतीय vaccines को शीघ्र मान्यता दी जाए।' आप सभी को हम यह भी जानकारी दे दें कि अभी तक WHO ने भारत की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सीन को मान्यता नहीं दी है। हालाँकि प्रक्रिया जारी है लेकिन इसमें लगातार देरी होने के चलते परेशानी हो रही है। वहीं अब इस मुद्दे को खुद पीएम मोदी ने जी 20 सम्मेलन में उठा दिया है। जी दरअसल उन्होंने वैक्सीन मान्यता वाली प्रक्रिया में तेजी लाने की अपील की है। वहीं इस मंच के जरिए पीएम ने भारत की कोरोना जंग की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि, 'फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड की भूमिका निभाते हुए, भारत ने 150 से ज्यादा देशों को दवाइयां पहुंचाईं। इसके साथ-साथ हमने वैक्सीन रिसर्च और मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ाने में भी अपनी पूरी ताकत लगा दी। बहुत कम समय में, हम भारत में एक बिलियन से अधिक वैक्सीन डोज लगा चुके हैं। दुनिया की one sixth आबादी में संक्रमण को नियंत्रित करके भारत ने विश्व को भी सुरक्षित करने में अपना योगदान दिया है, और वायरस के म्यूटेशन की संभावना को भी कम किया है।' G20 Summit में हिस्सा लेने रोमा कन्वेंशन सेंटर पहुंचे पीएम मोदी, इन मुद्दों पर करेंगे चर्चा बिडेन ने फिर से विश्वास स्थापित करने की कोशिश में इमैनुएल मैक्रोन की बैठक रोम में 'नरेंद्र भाई केम छो' सुनकर मुस्कुराये PM मोदी, दिया ये जवाब