यरूशलम: पिछले साल अक्टूबर से लेकर अब तक, इज़राइल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच छह महीने तक संघर्ष लगातार जारी है। रिपोर्टों से पता चलता है कि गाजा को निशाना बनाकर किए गए इजरायली हवाई हमलों में लगभग 33,000 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हुई है, जिसमे महिला-बच्चे और आतंकी भी शामिल हैं। वहीं, इजरायली सेना ने हाल ही में हमास के गढ़ राफा में जाने के इरादे से दक्षिणी गाजा में खान यूनिस से अपनी सेना की वापसी की घोषणा की है। इजरायली सेना (IDF) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हलेवी ने ऑपरेशन जारी रखने के अपने दृढ़ संकल्प पर जोर देते हुए कहा कि गाजा में संघर्ष जारी है। रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि आतंकी संगठन हमास के वरिष्ठ अधिकारी दक्षिणी गाजा में छिपे हुए हैं, जिससे इज़राइल को आगे की घुसपैठ की योजना बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, इज़राइल कथित तौर पर राफा को खाली कराने की तैयारी कर रहा है। इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने स्पष्ट किया कि खान यूनिस से वापसी रणनीतिक थी, जिसका उद्देश्य राफा सहित भविष्य के मिशनों के लिए सैनिकों को फिर से तैनात करना था। खान यूनिस में हमास की सैन्य उपस्थिति कम होने के बाद वापसी का निर्णय लिया गया। इसके अलावा, IDF प्रमुख हलेवी ने ईरान से संभावित हमलों से बचाव के लिए इजरायल की तैयारी पर प्रकाश डाला। यह तत्परता सीरिया में कथित इजरायली हवाई हमले में एक प्रमुख ईरानी कमांडर के मारे जाने के बाद ईरान की जवाबी कार्रवाई की धमकी के बाद आई है। हलेवी ने जोर देकर कहा कि आईडीएफ आक्रामक और रक्षात्मक दोनों तरह से ईरान के किसी भी आक्रमण से निपटने के लिए पूरी तरह से सुसज्जित है। महाकाल मंदिर जाने वाले जरूर पढ़ लें ये खबर, जारी हुई गाइडलाइन 'केंद्र सरकार ने कर्नाटक के साथ अन्याय किया..', डिप्टी सीएम शिवकुमार का आरोप 'राम मंदिर पर कांग्रेस के रुख से निराश हैं..', खड़गे-सोनिया की रैली के अगले ही दिन भाजपा में शामिल हुए राजस्थान के कई दिग्गज नेता