नई दिल्ली: सिख समुदाय के सर्वोच्च धार्मिक निकाय शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने सिख सैनिकों के लिए बैलिस्टिक हेलमेट पेश करने के किसी भी कदम का सख्त विरोध किया है. SGPC के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (NCM) के अध्यक्ष के साथ बैठक की है. SGPC प्रतिनिधिमंडल ने कहा है कि सिखों की पहचान के मामले में किसी भी किस्म का दखल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसलिए किसी भी सूरत में सिख सैनिकों पर हेलमेट स्वीकार नहीं किया जाएगा. बता दें कि, SGPC की यह टिपण्णी इन खबरों के बीच आई है कि सिख सैनिकों की सुरक्षा के लिए बैलिस्टिक हेलमेट लाने पर विचार चल रहा है. SGPC के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार (3 फ़रवरी) को नई दिल्ली में NCM दफ्तर में मीटिंग में हिस्सा लिया. प्रतिनिधिमंडल में SGPC के महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल और सदस्य रघबीर सिंह सहारन माजरा शामिल रहे. उन्होंने NCM प्रमुख इकबाल सिंह लालपुरा के समक्ष सिख सैनिकों को हेलमेट पहनने के सरकार के कथित प्रस्ताव पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि इस मुद्दे पर कोई चर्चा या तर्क-वितर्क नहीं हो सकता. बता दें कि SGPC गत वर्ष हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति को लेकर सुर्ख़ियों में आया था. दरअसल, 2014 में हरियाणा सरकार ने हरियाणा सिख गुरुद्वारा (मैनेजमेंट) एक्ट बनाया था. इस कानून के तहत हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति का गठन किया गया था. इस समिति के पास गुरुद्वारों के प्रबंधन का कानूनी अधिकार है. जिस साल ये कानून बना, उसी साल SGPC के सदस्य हरभजन सिंह ने शीर्ष अदालत में एक याचिका दाखिल की. 2019 में SGPC ने भी याचिका दायर कर दी. याचिका में कहा गया है कि गुरुद्वारों के प्रबंधन को लेकर हरियाणा सरकार के पास कानून बनाने का अधिकार नहीं है, क्योंकि ऐसी शक्ति केवल संसद के पास है. कैप्टन अमरिंद सिंह की पत्नी परनीत कौर को कांग्रेस ने किया सस्पेंड, पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप '2024 में मोदी ही बनेंगे PM, बंद करवाना है गोवध..', गुरु रामभद्राचार्य की भविष्यवाणी कश्मीर को दहलाने की साजिश नाकाम, जैश-ए-मोहम्मद के 6 आतंकी गिरफ्तार