नई दिल्ली: आज सोमवार को भी लोकसभा में विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया। दरअसल, आज भी सदन उसी मुद्दे के साथ शुरू हुआ, जिस पर शुक्रवार को बंद हुआ था। बता दें कि, शुक्रवार (28 जून) को भी विपक्ष NEET मुद्दे पर चर्चा चाहता था, लेकिन सत्ता पक्ष का कहना था कि, परंपरा के अनुसार, राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद उसके धन्यवाद् प्रस्ताव पर चर्चा होती है, फिर हम सभी चर्चा के लिए तैयार हैं। लेकिन विपक्षी सांसदों का हंगामा हुआ और धन्यवाद् प्रस्ताव पर चर्चा हुए बिना ही शुक्रवार को लोकसभा की कार्रवाई सोमवार तक के लिए स्थगित हो गई। आज भी लोकसभा में आते ही कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने वही मांग दोहराई, जिस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने इंकार कर दिया। ओम बिरला ने शुक्रवार को भी राहुल गांधी से कहा था कि, आप राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद् प्रस्ताव में भाग लीजिए, इस दौरान आपको NEET पर भी बोलने की अनुमति है, सरकार जवाब देगी। लेकिन विपक्षी सांसदों ने धन्यवाद् प्रस्ताव पर चर्चा ही नहीं होने दी, और नारेबाजी करने लगे, जिसके बाद सदन स्थगित करना पड़ा। आज भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। विपक्ष के नेता के रूप में, राहुल गांधी ने लोकसभा के दिन के लिए कार्यवाही शुरू होते ही NEET का मुद्दा उठाया, जिसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जब तक सदन राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव समाप्त नहीं कर लेता, तब तक अलग से चर्चा नहीं हो सकती। इस पर राहुल गांधी ने कहा, "हम एनईईटी पर एक दिवसीय चर्चा चाहते थे। यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। दो करोड़ से अधिक छात्र इससे प्रभावित हुए हैं। 70 बार पेपर लीक हो चुके हैं। हमें खुशी होगी अगर आप इस मुद्दे पर अलग से चर्चा की अनुमति दें।" अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष के अनुरोध को अस्वीकार करते हुए कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पारित होने के दौरान भी ये मुद्दे उठाए जा सकते हैं। इस पर राजनाथ सिंह ने कहा, एक सांसद के रूप में मेरे दशकों लंबे कार्यकाल में, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान कभी भी कोई अन्य मुद्दा नहीं उठाया गया। धन्यवाद प्रस्ताव पारित होने के बाद अन्य मुद्दे उठाए जा सकते हैं। स्पीकर ओम बिरला ने सिंह के रुख का समर्थन करते हुए कहा कि धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस के दौरान किसी अन्य चर्चा को उठाने की कोई परंपरा नहीं है। उन्होंने कहा कि सदस्य NEET पर चर्चा के लिए अलग से नोटिस दे सकते हैं। जैसे ही अध्यक्ष ने भाजपा सदस्य अनुराग ठाकुर को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू करने के लिए बुलाया, विपक्षी सदस्य विरोध करते हुए सदन से बाहर चले गए। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि विपक्ष का व्यवहार संसदीय मर्यादा के खिलाफ है। लोकसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच स्पीकर ओम बिरला ने माइक्रोफोन बंद करने के दावों पर भी बयान दिया। बिरला ने कहा कि, सदन के बाहर कुछ सांसदों ने आरोप लगाया कि स्पीकर माइक बंद कर देते हैं। माइक का नियंत्रण कुर्सी पर बैठे व्यक्ति के हाथ में नहीं होता। यहाँ कोई बटन नहीं होता, जिसे दबाकर मैं माइक बंद कर सकूं। दरअसल, राहुल गांधी ने पिछले सप्ताह दावा किया था कि एनईईटी मुद्दे पर चर्चा की मांग करने के बाद उनका माइक्रोफोन बंद कर दिया गया था। इससे पहले दिन में राहुल गांधी समेत कई INDIA ब्लॉक सांसदों ने संसद भवन के मकर द्वार की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। आप सांसद राघव चड्ढा ने एक पोस्टर पकड़ा हुआ था जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सलाखों के पीछे दिखाया गया था। संसद के बाहर INDIA गठबंधन का विरोध प्रदर्शन, नेताओं पर ED-CBI की कार्रवाई का विरोध LPG सिलिंडर की कीमत में हुई 30 रुपए की भारी कटौती होटल में फंसी वर्ल्ड चैंपियन टीम इंडिया, खिलाड़ियों ने कागज़ की प्लेटों में खाया खाना, बारबाडोस में हाई अलर्ट