नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज व कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने ICC नॉकआउट टूर्नामेंट्स के मैचों को लेकर सौरव गांगुली, एम एस धोनी और विराट कोहली की कप्तानी तुलना की है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि क्यों धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने बड़े इवेंट्स में जीत हासिल की है। आकाश चोपड़ा ने बताया है कि, धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने बड़े-बड़े खिताब अपने नाम पर इसलिए की क्योंकि उन्होंने कभी बड़े मुकाबले से पहले अपने खिलाड़ियों को असुरक्षित महसूस नहीं होने दिया। बता दें कि धोनी की कप्तानी में मेन इन ब्लू ने तीन ICC खिताब 2007, 2011 और 2013 में जीते थे। सौरव गांगुली की कप्तानी में टीम इंडिया 2003 में वनडे विश्व कप फाइनल में पहुंची थी, किन्तु टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी थी, तो वहीं विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम ने 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल, 2019 में वनडे वर्ल्ड कप सेमीफाइनल तो वहीं 2021 में ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियशिप का फाइनल मैच गंवा दिया था। आकाश चोपड़ा ने धोनी के बारे में बात करते हुए कहा कि, इस महान क्रिकेटर के नेतृत्व में टीम इंडिया खूब फली और फूली। उन्होंने कहा कि, कुछ बातें जो धोनी को विश्व का सर्वश्रेष्ठ कप्तान बनाती है वो ये कि, वो परिवर्तन नहीं करते हैं साथ ही उन्होंने टीम में कभी किसी को असुरक्षित महसूस नहीं कराया। आकाश चोपड़ा ने धोनी की कप्तानी के बारे में बात करते हुए कहा कि, अगर आप लीग चरण से नॉकआउट तक उनकी टीम को देखते हैं, तो टीम और खिलाड़ी एक ही रहे हैं। उनके पास हमेशा बड़े मैच में रन बनाने वाले खिलाड़ी होते हैं। जब आप क्वार्टर फाइनल, सेमी फाइनल या फाइनल में पहुंचते हैं, जो टीम कम से कम गलती करती है वह जीत जाती है। धोनी की खासियत ये रही कि, वो उसी अंतिम एकादश के साथ फाइनल तक जाते थे, जिसके कारण टीम कम घबराती थी और सभी खिलाड़ी सुरक्षित महसूस करते थे। मास्क पर अध्ययन: पारदर्शी मास्क से 10 प्रतिशत बातें समझने में होती है आसानी मितली राज और अश्विन को खेल रत्न, धवन को अर्जुन अवार्ड, BCCI ने की नामों की सिफारिश Euro Cup 2020: इन टीमों ने क्वार्टर फाइनल्स में बनाई जगह, सामने आई नॉकआउट मैचों के नतीजे