दशहरा का पर्व आने में अब कुछ ही समय बचा है। आप जानते ही होंगे इस समय शारदीय नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है जो हर किसी के लिए ख़ास है। वैसे नवरात्रि के प्रत्येक दिन नौ दुर्गा के विभिन्न स्वरुपों की पूजा अर्चना की जाती है जो इस समय की जा रही है। वैसे कलश स्थापना या घट स्थापना से शुरू होने वाली नवरात्रि का समापन दशहरा या विजयादशमी को किया जाता है जो इस बार 25 अक्टूबर को हो रहा है। इस बार दशहरा 25 अक्टूबर को है। आइए जानते हैं क्यों मनाया जाता है दशहरा। कहा जाता है भगवान श्रीराम ने माता सीता को रावण के यहाँ से मुक्त करवाने के लिए लंका पर चढ़ाई की थी। उस दौरान रावण की राक्षसी सेना और श्रीराम की वानर सेना के बीच भयंकर युद्ध हुआ था, जिसमें रावण, मेघनाद, कुंभकर्ण जैसे राक्षसों का वध श्री राम ने किया था। इसी वजह से हर साल दशहरा मनाया जाता है। ऐसा भी कहते हैं कि मां दुर्गा ने महिषासुर का अंत कर देवताओं और मनुष्यों को उसके अत्याचार से मुक्ति दी थी, उसी के कारण हर साल दशहरा मनाया जाता है कहा जाता है श्री राम का लंका विजय तथा मां दुर्गा का महिषासुर मर्दिनी अवतार दशमी को हुआ था, इसलिए दशहरे को विजयादशमी के नाम से भी पुकारा जाता है। विजयादशमी या दशहरे के पर्व को बुराई पर अच्छाई तथा असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक माना जाता है। जी दरअसल जो लोग मां दुर्गा की मूर्तियां अपने घरों पर स्थापित करते हैं, वे दशहरे के दिन उस मूर्ति का विसर्जन कर देते हैं। वैसे यह दिन पर भी निर्भर करता है क्योंकि इस बार दुर्गा मूर्ति विसर्जन दशहरे के अगले दिन यानी 26 अक्टूबर को किया जाएगा। IPL 2020: जीत के बाद 5वें स्थान पर पहुंचा हैदराबाद, जानें ऑरेंज और पर्पल कैप की स्थिति टेक्निकल ऑफिसर के पदों पर निकली वेकेंसी, ऐसे होगा चयन 'क्या हम लोकतंत्र से 'महाराजातंत्र' की तरफ जा रहे हैं'... सिंधिया पर 'दिग्गी राजा' का हमला