नई दिल्ली : इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ई अहमद का निधन मंगलवार को देर रात अस्पताल में हो गया। इसके बावजूद बुधवार को सासंद भवन में बजट पेश किया गया। उम्मीद की जा रही थी इस घटना के बाद सांसद कार्यवाही स्थगित कर दी जाए और बजट पेश ना हो। मंगलवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के साथ बातचीत करने के दौरान अचानक दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में बुधवार 2.15 am अहमद को RML अस्पताल ने मृत घोषित दिया गया था। सरकार को इस बात का भी डर था कि अगर देरी की गई तो बजट की जानकारी लीक हो सकती है, क्योंकि इसकी प्रिंटिंग कराई जा चुकी थी। उदाहरण देते हुए पार्लियामेंट ने जानकारी दी कि 31 जुलाई, 1974 को स्पीकर गुरदियाल सिंह ने मंत्री एमबी राणा का निधन हुआ था इसके बावजुद भी संसद को स्थगित नहीं किया था और स्पीकर ने तुरंत वित्‍त मंत्री वाई.बी. चव्‍हाण को बजट पेश करने की आदेश दे दिया था। बुधवार को काफी विरोध करने के बावजूद भी बजट पेश किया गया। लोकसभा स्पीकर और राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद वित्त मंत्री ने संसद में बजट पेश कर दिया। इतने विरोध के बाद भी सरकार ने फैसला कर लिया था कि बजट बुधवार को ही होगा क्योंकि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट से एक दिन पहले दिए भाषण में कहा था कि बसंत पंचमी से अच्छा दिन हो ही नहीं सकता था।” नीतीश की नजर में आम बजट निराशाजनक जेटली बोले बजट में ग्रामीण विकास और कालेधन पर लगाम पर मुख्य जोर