आप सभी ने सोना पहनने के बारे में अब तक की खबरें सुनी होंगी और आप जानते होंगे कि पैरों में सोना नहीं पहनते। लेकिन क्या आप जानते हैं आखिर क्यों पैरों में सोना नहीं पहनते ? अगर नहीं जानते हैं तो आज हम आपको बताते हैं आखिर क्यों पैरों में नहीं पहनते हैं सोना ? पैरों में सोना न पहनने का धार्मिक कारण- - जी दरअसल धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सोना भगवान विष्णु की प्रिय धातु है। इसके साथ ही स्वर्ण को मां लक्ष्मी का स्वरूप भी माना गया है। - कहते हैं अगर पैरों में पहने जाने वाले पायल, बिछिया जैसे गहनों को यदि सोने की धातु का बनवाकर पहना जाए तो देवताओं का अपमान होता है। - कहा जाता है सोने को मां लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है, इसलिए इसे कमर के नीचे सोना पहनने से भगवान विष्णु, लक्ष्मी का अपमान होता है। - ऐसी मान्यता है कि पैरों में सोना पहनने से मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं जिससे आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। पैरों में सोना न पहनने का वैज्ञानिक कारण- - ऐसा माना जाता है कि सोने के बने आभूषण शरीर में गर्मी बढ़ाते हैं जबकि चांदी के बने आभूषण शरीर को शीतलता प्रदान करते हैं। - कहा जाता है कमर के ऊपर स्वर्ण के आभूषण और कमर के नीचे चांदी के आभूषण पहनने से शरीर का तापमान संतुलित बना रहता है। - कहते हैं शरीर में पूरी तरह से केवल स्वर्ण के बने आभूषण धारण करने से समान ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है जिससे आपके शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। - कहा जाता है सोने और चांदी दोनों के बने आभूषण धारण करने से शरीर कई तरह की परेशानियों से बच सकता है। इन 2 राशि के लोगों को भूल से भी नहीं पहनना चाहिए सोना जानिए खाटूश्यामजी में ही क्यों पूजे जाते हैं बर्बरीक? अंतिम संस्कार: आखिर क्यों शव के सिर पर तीन बार मारा जाता है डंडा, जानिए क्यों याद रहता है पिछला जन्म